भीलवाड़ा दुग्ध संघ के यूएचटी प्लांट का प्रधानमंत्री मोदी ने किया लोकार्पण, राजस्थान में 200 एमएल तक की यूएचटी एसेप्टिक पैकेजिंग का पहला प्लांट बना..

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भीलवाड़ा दुग्ध संघ के यूएचटी प्लांट का प्रधानमंत्री मोदी ने किया लोकार्पण, राजस्थान में 200 एमएल तक की यूएचटी एसेप्टिक पैकेजिंग का पहला प्लांट बना..

गौरव रक्षक/ राजेंद्र शर्मा

भीलवाड़ा, 11 अक्टूबर 2025

भीलवाड़ा दुग्ध संघ के नवनिर्मित यूएचटी (अल्ट्रा हाई टेंपरेचर) एसेप्टिक पैकेजिंग प्रोसेसिंग प्लांट का उद्घाटन शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय कृषि विज्ञान परिसर, पूसा से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर कहा कि भारत सरकार “धन धान्य कृषि योजना” और “दलहन आत्मनिर्भरता मिशन” पर 35 हजार करोड़ रुपये से अधिक खर्च करने जा रही है। उन्होंने कहा कि खेती और किसानी सदैव देश की विकास यात्रा का महत्वपूर्ण हिस्सा रही है और बदलते दौर में किसानों को सरकारी योजनाओं से व्यापक सहयोग मिल रहा है।

प्रधानमंत्री ने बताया कि आज भारत दुनिया के बड़े कृषि उत्पादक देशों में अग्रणी है। इसी कड़ी में भीलवाड़ा दुग्ध संघ का यह प्लांट राजस्थान में सहकारिता क्षेत्र का पहला ऐसा यूएचटी एसेप्टिक पैकेजिंग प्लांट है, जो 200 एमएल तक के उत्पाद तैयार करेगा।

भीलवाड़ा डेयरी परिसर में आयोजित कार्यक्रम में सांसद दामोदर अग्रवाल, महापौर राकेश पाठक, विधायक लादूलाल पितलिया, आरसीडीएफ की प्रशासक एवं प्रबंध संचालक श्रुति भारद्वाज, जनप्रतिनिधि प्रशांत मेवाड़ा सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। अतिथियों का स्वागत दुग्ध संघ के प्रबंध संचालक दिव्यम् कपूरिया ने किया।

इस अवसर पर संबोधित करते हुए आरसीडीएफ की प्रशासक श्रुति भारद्वाज ने कहा कि यह दिन भीलवाड़ा के लिए गर्व का क्षण है कि प्रधानमंत्री द्वारा यहां के यूएचटी प्लांट का उद्घाटन किया गया। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए 540 करोड़ रुपये की घोषणा की गई है, जिससे डेयरी सेक्टर को नई दिशा मिलेगी।

भारद्वाज ने कहा कि यूएचटी तकनीक से बने उत्पाद छह महीने तक सुरक्षित रहेंगे, और आस-पास के राज्यों से भी पैकेजिंग के लिए मांग प्राप्त हो रही है। उन्होंने कहा कि भीलवाड़ा डेयरी सदैव अपने नवाचारों के लिए जानी जाती है।

दुग्ध संघ के प्रबंध संचालक दिव्यम् कपूरिया ने जानकारी दी कि यह प्लांट 46.82 करोड़ रुपये की लागत से भारत सरकार की एनपीडीडी (कॉम्पोनेन्ट-बी) परियोजना के तहत, एनडीडीबी की तकनीकी सहायता से तैयार किया गया है। फिलहाल यहां सरस छाछ, सरस लस्सी और सरस क्रीम 180 एमएल पैकिंग में उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराई जाएगी।

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