मदरसा शिक्षा सहयोगियो ने सरकार की दूसरी वर्षगांठ को काले दिवस के रूप में मनाया
राजस्थान मदरसा शिक्षा सहयोगी संघ के प्रदेशाध्यक्ष आज़म खान के प्रांतीय आह्वान पर आज दिनांक 17/12/2020 राजस्थान सरकार की दूसरी वर्षगाँठ पर प्रदेश के समस्त जिलों में काला दिवस मनाया गया और संविदा कर्मियों की अनदेखी पर विरोध प्रदर्शन किया।
इसी क्रम में मदरसा शिक्षा सहयोगी संघ जिला बून्दी द्वारा जिलाध्यक्ष संजय खान के नेतृत्व में तालाब गाँव से लेकर जिला कलेक्ट्री तक पैदल मार्च निकाला गया। पैदल मार्च सुबह 10:30 से तालाब गाँव से रवाना हुआ जो शहर के मुख्य मार्गो से होता हुआ दोपहर 2बजे कलेक्ट्री पहुंचा।
यहाँ पहुँच कर चुनावी घोषणा पत्रों की होली जलायी गयी एवं बड़ी तादाद में काले झण्डे लहराये गए एवं नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया गया।
इसके उपरांत कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष अनीस अहमद, मदरसा शिक्षा सहयोगी संघ जिलाध्यक्ष संजय खान, महिला प्रभारी अंजुम नाज़, सलमा बानो, उपाध्यक्ष इस्तिफाक गौरी, पाँच सदस्य शिष्टमण्डल द्वारा मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को नियमितीकरण हेतु ज्ञापन प्रेषित किया गया।
संघ सचिव ज़ाहिद ज़िलानी ने कहा कि एक तरफ जहाँ सरकार अपनी उपलब्धियों के गुणगान गा रही हैं वहीं विगत 18 वर्षो से अल्पमानदेय भोगी संविदाकर्मी खस्ताहाल में जीवन यापन करने को मजबूर हैं।
इसी के विरोध में जिले में कार्यरत समस्त मदरसा शिक्षा सहयोगियों ने जिला मुख्यालय पहुँचकर विरोध प्रदर्शन में भाग लिया एवं सरकार को चिरनिंद्रा से जगाने का प्रयास किया।
प्रदर्शन में नैनवां, हिण्डोली, तालेड़ा, के पाटन, इन्दरगढ, लाखेरी, कापरेन में कार्यरत सभी शिक्षा सहयोगी, महासंघ उपाध्यक्ष तेजराज सिंह हाडा, हंसराज चौधरी, phed तकनीकी कर्मचारी संघ के मूलचंद महावर, मनोज सक्सेना, मनीष नायक, नर्सेज एसोसिएशन एकीकृत के बून्दी ब्लॉक अध्यक्ष कैलाश मीणा, हनीफ़ अंसारी आदि विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने विरोध प्रदर्शन का समर्थन करते हुए पैदल मार्च में भाग लिया।
यह जानकारी प्रवक्ता इज़हारुद्दीन अंसारी ने दी।
रिपोर्ट:-शिव कुमार शर्मा