आक्षेप अंकेक्षण प्रकरणों में कौताही बर्दाश्त नहीं- जिला कलक्टर

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आक्षेप अंकेक्षण प्रकरणों में कौताही बर्दाश्त नहीं- जिला कलक्टर


-जिला स्तरीय समिति की द्वितीय त्रैमासिक बैठक संपन्न
बूंदी, 17 दिसंबर। वित्तीय वर्ष 2020-21 जिला स्तरीय समिति की द्वितीय त्रैमासिक बैठक गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलक्टर आशीष गुप्ता की अध्यक्षता मंे आयोजित हुई।
बैठक में जिला कलक्टर ने कहा कि अंकेक्षण प्रतिवेदनों की अनुपालना में कौताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चुनावों के बीच का समय अनुपालना बनवानें एवं अंकेक्षण आक्षेपों पर कार्यवाही करने के लिए सबसे अच्छा समय है। उन्होंने अंकेक्षण आक्षेपों के निस्तारण की गति को बढाने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने अंकेक्षण आक्षेपों के निस्तारण के लिए दो वरिष्ठ अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपकर आक्षेपों के शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को निर्देश दिए कि अपने अधीन सभी संस्थाओं के आक्षेपों की प्रगति सुनिश्चित करते हुए समस्त विकास अधिकारियों की निरंतर बैठक ली जाए। तथा प्रगति असंतोषजनक रहने पर उत्तरदायी अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएं।
बैठक में अतिरिक्त निदेशक एवं सदस्य सचिव पूनम मेहता ने बताया कि संभागीय आयुक्त द्वारा वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए संभागाधीन संस्थाओं में एक मार्च को बकाया आक्षेपों के न्यूनतम 40 प्रतिशत आक्षेपों के निस्तारण का लक्ष्य आवंटित किया गया है। जबकि द्वितीय त्रैमास तक संस्थाओं द्वारा 20 प्रतिशत लक्ष्य अर्जित किए जाने थे परन्तु कृषि उपज मण्डी समिति सुमेरगंजमण्डी 20 प्रतिशत को छोड़कर अन्य किसी भी संस्था द्वारा अपेक्षित लक्ष्यों की प्राप्ति नहीं की गई।
उन्होंने बताया कि बून्दी जिले की स्वायत्तशासी संस्थाओं की ओर 14731 सामान्य आक्षेप, 77 प्रारूप प्रालेख एवं 186 गबन प्रकरणों में सन्हित राशि 83.68 लाख बकाया है, जिस हेतु समिति द्वारा सम्बन्धित संस्थाधिकारियों को निर्देशित किया गया कि बकाया आक्षेपों के अन्तर्गत अपेक्षित कार्यवाही सुनिश्चित करते हुए ठोस एवं सारगर्भित पालनाऐं अंकेक्षण विभाग को भिजवाएं। बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुरलीधर प्रतिहार, अधिकारी व अन्य सदस्य उपस्थित रहे।

रिपोर्ट:-शिव कुमार शर्मा

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