भीलवाड़ा, 19 अप्रैल/ जिले में कोरोना वायरस संक्रमण की संवेदनशील स्थिति के मद्देनजर निकट भविष्य में लंबी अवधि तक अति सजग एवं सतर्क रहकर संक्रमण पर नियंत्राण तथा फैलाव से बचाव के संबंध में सतत कार्य किया जाना आवश्यक है। इसके लिए राज्य सरकार एवं मुख्यमंत्राी श्री अशोक गहलोत ने ’’प्लान बी’’ तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने बताया कि वर्तमान विकट परिस्थिति में जिले के विभिन्न अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा कोरोना संक्रमण से संघर्ष में पूर्ण लगन एवं जज्बे सहित उपलब्ध मानव संसाधनों के साथ प्रत्येक स्तर पर अपने दायित्व का पूर्ण रूप से निर्वहन किया जा रहा है। कोरोना वायरस संक्रमण के संदर्भ में वर्तमान में निष्पादित किए जा रहे कार्यों को ’’प्लान ए’’ कहा जा सकता है।
विदेशों में कोरोना वायरस संक्रमण की भयावहता तथा जिले में उपलब्ध संसाधनों के दृष्टिगत संक्रमण से संघर्ष हेतु निष्पादित किए जा रहे कार्यों एवं विस्तृत कार्य योजना के साथ-साथ ’’प्लान बी’ की अंतिम स्तर तक सूक्ष्म तैयारी किया जाना नितांत आवश्यक है, ताकि भविष्य में संसाधन तथा मानव संसाधन की कमी के कारण संक्रमण के संघर्ष में किसी प्रकार की बाधा या विरोध की स्थिति नहीं हो।
जिला कलेक्टर ने जिला पुलिस अधीक्षक को सुरक्षा व्यवस्था के संदर्भ में विभाग स्तर पर समीक्षा कर सूक्ष्म प्लान तैयार कर, कौन-कौन अधिकारी, कार्मिक प्लान में होंगे, कौन लीड करेगा सहित विस्तृत प्रस्ताव तीन दिवस में प्रस्तुत करने को कहा है। प्लान ’’ए’’ एवं प्लान ’’बी’’ के मानव संसाधन पृथक-पृथक होंगे।
इसी तरह मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद को क्वारेंटाइन सेंटर के संबंध में, समस्त उपखंड मजिस्ट्रेट को अपने-अपने उपखंड क्षेत्रा में ब्लाॅक स्तरीय विभागों के साथ समीक्षा कर सूक्ष्म प्लान तैयार कर तीन दिवस में प्रस्तुत करने को कहा है। जिला कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को संयुक्त रूप से प्रस्ताव तैयार करने, जिला रसद अधिकारी को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति के संबंध में प्रस्ताव तैयार करने, उपभोक्ता भंडार के महाप्रबंधक को आवश्यक वस्तुओं सामग्री की निर्बाध आपूर्ति एवं स्टाॅक के संबंध में तथा सचिव कृषि उपज मंडी को फल एवं सब्जी की निर्बाध आपूर्ति के संबंध में प्रस्ताव तैयार करने को कहा है।
इसी तरह संयुक्त निदेशक पशुपालन को पशुओं के संदर्भ में चारा एवं पशु आहार की निर्बाध आपूर्ति, भारतीय खाद्य निगम के प्रबंधक को उपलब्ध खाद्य भंडारों एवं भविष्य में आवश्यकता के दृष्टिगत खाद्य पदार्थों की निर्बाध आपूर्ति तथा प्रभारी अधिकारी वाॅर रूम एवं कंट्रोल रूम को भी उपरोक्त अनुसार तीन दिवस में प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश प्रदान किए हैं।
प्लान ’’बी’’ में नियुक्त किए जाने वाले अधिकारियों कर्मचारियों को कोरोना वायरस संक्रमण के क्रम में अब तक की गई कार्यवाही, भविष्य में अपेक्षित कार्यवाही एवं जिला स्तर से की जा रही कार्यवाही एवं कार्य योजना के संबंध में पूर्ण रूप से अवगत कराया जाने के भी निर्देश दिए गए हैं।