भीलवाड़ा के जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधू की जनसेवा भावनाओं ने जीता जनता का दिल : समस्याओं की तत्परता से सुनवाई और समाधान बन रही मिसाल
गौरव रक्षक/राजेंद्र शर्मा
अधिस्वीकृत पत्रकार राजस्थान सरकार
भीलवाड़ा, 30 जुलाई।
जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधू के जनहितकारी कार्यों और संवेदनशील प्रशासनिक रवैये ने जिले की आम जनता के दिल में एक विशेष स्थान बना लिया है। उनकी कार्यशैली में पारदर्शिता, त्वरित निर्णय और जनसुनवाई में संवेदना की झलक स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है।
कोई भी नागरिक अपनी समस्या लेकर जिला कलेक्टर से मिलता है तो उसे तुरंत सुना जाता है और संबंधित विभागों को निर्देश देकर समयबद्ध समाधान सुनिश्चित किया जाता है। हाल ही का एक उदाहरण सभी के सामने है, जब दोनों पैरों से विकलांग एक महिला अपने आवास की समस्या लेकर व्हीलचेयर पर कलेक्टर कार्यालय पहुंची। महिला के पास कोई आवेदन पत्र भी नहीं था, लेकिन कलेक्टर संधू ने मानवीय संवेदना का परिचय देते हुए अपने कार्यालय स्टाफ से तुरंत आवेदन तैयार करवाया और उसे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाभ दिलाने के लिए संबंधित विभाग को निर्देशित किया। उन्होंने महिला को योजना की विस्तृत जानकारी भी दी और हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया।
इसी प्रकार, अरिहंत नगर विस्तार कॉलोनी के निवासियों ने अवैध गोदामों की समस्या को लेकर जिला कलेक्टर से शिकायत की थी। श्री संधू ने मामले को गंभीरता से लेते हुए नगर विकास न्यास के सचिव को त्वरित कार्यवाही के आदेश दिए। प्रशासन ने सभी अवैध गोदाम संचालकों को नोटिस जारी कर निर्धारित समय में गोदाम खाली करवाए। इस शीघ्र और प्रभावी कार्रवाई से कॉलोनीवासियों में प्रशासन के प्रति विश्वास और संतोष का माहौल बना।
जिला कलेक्टर संधू के नेतृत्व में भीलवाड़ा में प्रशासनिक व्यवस्था अधिक संवेदनशील, प्रभावी और आमजन के लिए सुलभ हुई है। सबसे उल्लेखनीय बात यह है कि कलेक्टर कार्यालय के दरवाजे आम जनता के लिए खुले रहते हैं। किसी को भी पर्ची या सिफारिश की आवश्यकता नहीं होती — जो व्यक्ति कार्यालय आता है, सीधे अंदर जाकर अपनी बात कह सकता है।
कलेक्टर संधू की कार्यशैली से स्पष्ट है कि वे जनहित को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं। भीलवाड़ा जिले के लोग उनके व्यवहार, संवेदनशीलता और समाधान परक दृष्टिकोण से बेहद प्रभावित हैं और उन्हें एक जन-हितैषी, कुशल और संवेदनशील प्रशासक के रूप में देख रहे हैं।