प्रतीकआत्मक फोटो
ब्याबर में ग्राम पंचायत सरमालिया के ग्राम विकास अधिकारी अखिलेश कुमार को 6000 रूपये की रिश्वत राशि लेते हुए रंगे हाथो गिरफ्तार किया गया
गौरव रक्षक/राजेंद्र शर्मा
जयपुर/अजमेर, 16 सितंबर 2025
राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने अजमेर जिले के ब्यावर क्षेत्र में मंगलवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए ग्राम पंचायत सरमालिया के ग्राम विकास अधिकारी (VDO) अखिलेश कुमार को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी परिवादी से वेतन संबंधी कार्य में सुविधा देने की एवज में ₹6,000 की अवैध मांग कर रहा था।
शिकायत पर हुई कार्रवाई
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि एसीबी को लिखित शिकायत प्राप्त हुई थी। शिकायतकर्ता (परिवादी) ग्राम पंचायत में की-मैन के पद पर नियुक्त था। जुलाई व अगस्त 2025 माह का वेतन (कुल ₹24,000) जमा कराने के बदले आरोपी अखिलेश कुमार उससे प्रतिमाह ₹3,000 के हिसाब से दो माह के ₹6,000 रिश्वत की मांग कर रहा था।
सत्यापन में सही पाई गई रिश्वत मांग
शिकायत की गंभीरता को देखते हुए अजमेर रेंज के उप महानिरीक्षक पुलिस (द्वितीय) अनिल कयाल के सुपरविजन में और एसीबी स्पेशल यूनिट अजमेर की प्रभारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वंदना भाटी के निर्देशन में रिश्वत मांग का सत्यापन कराया गया।
दिनांक 12 सितंबर 2025 को किए गए सत्यापन में आरोपी द्वारा वास्तव में रिश्वत मांगना पाया गया।
🔴 ट्रैप ऑपरेशन और गिरफ्तारी
इसके बाद आज (16 सितंबर 2025) एसीबी टीम ने ट्रैप कार्रवाई की योजना बनाई। उप अधीक्षक पुलिस राकेश कुमार वर्मा की अगुवाई में गठित ट्रैप टीम ने आरोपी ग्राम विकास अधिकारी अखिलेश कुमार को परिवादी से ₹6,000 की रिश्वत लेते ही रंगे हाथों पकड़ लिया।
गिरफ्तारी के बाद आरोपी से पूछताछ जारी है।
आगे की कार्यवाही
एसीबी ने आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है। आगे की गहन जांच और कार्रवाई की जा रही है।
प्रमुख बिंदु
• ग्राम पंचायत सरमालिया के ग्राम विकास अधिकारी अखिलेश कुमार गिरफ्तार।
• शिकायतकर्ता से वेतन निकालने के लिए ₹6,000 रिश्वत की मांग।
• 12 सितंबर को सत्यापन, 16 सितंबर को ट्रैप कार्रवाई।
• DIG अनिल कयाल की देखरेख और ASP वंदना भाटी के निर्देशन में कार्रवाई।
• DSP राकेश कुमार वर्मा के नेतृत्व में टीम ने आरोपी को रंगे हाथों पकड़ा।
यह कार्रवाई एसीबी की भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार मुहिम को और मजबूत करती है तथा आमजन को यह संदेश देती है कि रिश्वत लेने वाले किसी भी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा।