झालावाड़ में बड़ा हादसा: स्कूल की छत गिरने से 7 मासूमों की मौत, 25 से ज्यादा घायल, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी..
गौरव रक्षक/राजेंद्र शर्मा
25जुलाई 2025/ झालावाड़।
झालावाड़ (राजस्थान): जिले के मनोहरथाना क्षेत्र के पीपलोदी गांव में शुक्रवार सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा हो गया, जहां एक सरकारी स्कूल की छत ढह जाने से 7 बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 25 से अधिक छात्र घायल हो गए। यह हादसा राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में उस वक्त हुआ जब बच्चे प्रार्थना सभा में भाग लेने के लिए कक्षा में जमा हुए थे। तभी अचानक भवन की छत भरभराकर गिर गई। हादसे के वक्त कक्षा में कुल 32 बच्चे मौजूद थे, जो मलबे के नीचे दब गए। सूचना मिलते ही स्थानीय लोग, स्कूल स्टाफ, पुलिस व प्रशासन ने मोर्चा संभालते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
हादसे में भाई-बहन की एक साथ मौत
मृतकों में पीपलोदी निवासी छोटूलाल का बेटा कान्हा और 13 वर्षीय बेटी मीना बाई भी शामिल हैं। एक की मौत अकलेरा अस्पताल में, जबकि दूसरी की जिला अस्पताल में इलाज के दौरान हुई।
25 से अधिक छात्र घायल, चार की मौके पर मौत
पुलिस और प्रशासन के मुताबिक चार बच्चों की मौत मौके पर ही हो गई थी, जबकि तीन अन्य ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। घायलों को प्राथमिक इलाज के लिए मनोहरथाना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां कई की हालत गंभीर बताई जा रही है।
प्रशासन मौके पर, राहत कार्य जारी
दांगीपुरा थाना प्रभारी विजेंद्र सिंह ने बताया कि सभी बच्चों को मलबे से बाहर निकाल लिया गया है। जिला कलेक्टर, शिक्षा विभाग और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा ले रहे हैं। राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है।
शिक्षा मंत्री ने दिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश
राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने घटना पर गहरा शोक जताते हुए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सभी घायलों का इलाज सरकारी खर्चे पर किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा विभाग के अधिकारी और सीबीईओ को भी मौके पर पहुंचकर समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने जताया दुख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और पीड़ादायक बताते हुए कहा कि सरकार पीड़ितों की हरसंभव मदद कर रही है।