डूंगरपुर में जिला परिषद का अधिशाषी अभियंता 45 हजार रूपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार
गौरव रक्षक/राजेंद्र शर्मा
जयपुर/11 अक्टूबर बुधवार
ए.सी. बी. मुख्यालय के निर्देश पर उदयपुर – एसयू इकाई द्वारा आज डूंगरपुर में कार्यवाही करते हुये अजय भार्गव, हाल अधिशाषी अभियंता, कार्यालय जिला परिषद डूंगरपुर को परिवादी से 45 हजार रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
◾️ आवास एवं अन्य ठिकानों पर तलाशी जारी
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक श्री हेमन्त प्रियदर्शी (अतिरिक्त चार्ज महानिदेशक) ने बताया कि ए.सी.बी. की उदयपुर- एसयू इकाई को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि जिला परिषद डूंगरपुर के अधिशाषी अभियंता अजय भार्गव द्वारा मनरेगा कार्यों की स्वीकृति हेतु, स्वीकृत कार्यों में सामग्री के कीमत का 2 प्रतिशत रिश्वत राशि के रूप में 80 हजार रूपये की मांग कर परेशान किया जा रहा है।
जिस पर एसीबी उदयपुर के उप महानिरीक्षक पुलिस श्री राजेन्द्र प्रसाद गोयल के सुपरवीजन में एसीबी की उदयपुर एसयू इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, श्री उमेश ओझा के निर्देशन में शिकायत का सत्यापन किया जाकर आज पुलिस निरीक्षक रतनसिंह मय टीम द्वारा ट्रेप कार्यवाही करते हुये अजय भार्गव पुत्र बसन्त किशोर भार्गव निवासी 1के 58, महावीर नगर विस्तार योजना कोटा, हाल अधिशाषी अभियंता, कार्यालय जिला परिषद डूंगरपुर को परिवादी से 45 हजार रूपये रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। उल्लेखनीय है कि आरोपी द्वारा 20 हजार रूपये रिश्वत राशि पूर्व में ही परिवादी से वसूल ली गई थी। एसीबी उदयपुर के उप महानिरीक्षक पुलिस श्री राजेन्द्र प्रसाद गोयल के निर्देशन में आरोपी से पूछताछ एंव आवास व अन्य ठिकानों पर तलाशी जारी है। एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक श्री हेमन्त प्रियदर्शी (अतिरिक्त चार्ज महानिदेशक) ने समस्त प्रदेशवासियों से अपील की है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टोल-फ्री हैल्पलाईन नं. 1064 एवं Whatsapp हैल्पलाईन नं94135-02834 पर 24×7 सम्पर्क कर भ्रष्टाचार के विरूद्ध अभियान में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। एसीबी आपके वैध कार्य को करवाने में पूरी मदद करेगी। विदित रहे कि एसीबी राजस्थान राज्य में राज्य कर्मियों के साथ-साथ केन्द्र सरकार के कार्मिकों के विरूद्ध भी कार्यवाही करने को अधिकृत है।