आख़िर पकड़ा गया नंदू का हत्यारा – कर्जा चुकाने के लिए गहनों के लालच में की हत्या, आरोपित गिरफ्तार
गौरव रक्षक/राजेंद्र शर्मा
भीलवाड़ा 23 फरवरी ।
पुलिस ने अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए जघन हत्या करने वाले अपराधी को कुछ ही घंटों में सलाखों के पीछे धकेल दिया । ख़बर के अनुसार सरदारपुरा गांव के नंदूदेवी हत्याकांड का फूलियाकलां पुलिस ने 36 घंटे में खुलासा कर आरोपित युवक को गिरफ्त में कर लिया । यह व्यक्ति मृतका के ही गांव सरदारपुरा का रहने वाला शक्ति सिंह है उम्र 25 वर्ष पुत्र भगवत सिंह राजपूत है। पुलिस गिरफ्त में आने के बाद पूछताछ में आरोपित ने दिल दहलाने वाला खुलासा किया है । आरोपित के ऊपर बहुत कर्ज था अपने ऊपर चढ़े कर्ज को उतारने व मौजमस्ती के लिए रुपयों की आवश्यकता होने से 68 साल की इस बुजुर्ग महिला का चाकू से गला रेत दिया था। इतना ही नहीं, आरोपित, हत्या के बाद महिला का शव को कंधे पर उठाकर नहर तक ले गया था ।
भीलवाड़ा पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू ने बताया कि 21 फरवरी 23 को फूलियाकलां पुलिस को सूचना मिली कि सरदारपुरा गांव की 68 साल की वृद्ध महिला नन्दू देवी का शव नहर में पड़ा हुआ है। इस पर थानाधिकारी दलपत सिंह मय जाप्ता घटनास्थल पहुंचे, जो गांव से करीब एक किलोमीटर दूर था। वहां नाहर सागर की नहर में नंदूदेवी का शव पड़ा था। गले पर हथियार से कट के निशान मिले और गले में लुगड़ी बंधी थी। उसके सिर पर चोटों के निशान भी थे। मौके पर ग्रामीणों की काफी भीड़ जमा थी।
मामले की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक सिद्धू स्वयं और एएसपी चंचल मिश्रा, डीएसपी महावीरप्रसाद शर्मा, एफएसएल , डॉगस्क्वॉयड, एमआईयू टीम, साईबर टीम मौके पर पहुंची और साक्ष्य संकलित किये गये। मौके पर ही पुलिस टीमों का गठन किया जाकर आवश्यक दिशा निर्देश दिये । वारदातस्थल नंदू देवी के खेत से 500 मीटर की दूरी पर कच्चे रास्ते पर स्थित है। महिला खेत से लाई लकडिय़ों की गठरी और खून के धब्बे भी वहां मिले।
पुलिस ने मृतका के पौते भैंरूलाल पुत्र रामेश्वर कीर की रिपोर्ट पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया। इस वारदात का अनुसंधान थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस टीमों ने किया । इनमें दीवान नौरत मल, श्रवण लाल,जीतराम,कमलेश साईबर सैल, मनराज,जीवराज, गणेश सिंह ने संदिग्धों की तलाश एवं धरपकड के लिए दीवान प्रहलाद,महेन्द, किशन, पप्पू लाल व राजवीर की टीम लगाई गई। टीम ने अथक प्रयास और कड़ी मेहनत के बाद संकलित साक्ष्यों के आधार और टीमों द्वारा गांव से जुटाई गई खुफिया जानकारी से शक की सूई गांव के ही शक्तिसिंह राजपूत पर टिकी रही। उधर, शक्तिसिंह उसी दिन से गायप हो गया। पुलिस ने उसे तलाश कर डिटेन किया और पूछताछ शुरु की। लेकिन वह पुलिस को गुमराह करता रहा। साक्ष्यों व मनौवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ करने पर शक्तिसिंह टूट गया और उसने नंदूदेवी की हत्या का जुर्म कबूल लिया ।
बोला- कर्ज चुकाना था, मौजमस्ती के लिए भी थी रुपयों की जरुरत
नंदूदेवी की हत्या कबूल करते हुये आरोपित शक्तिसिंह ने पुलिस के समक्ष खुलासा किया कि उसके उपर हुये कर्ज को चुकाने एवं मौज मस्ती करने के लिये उसे पैसो की आवश्यकता थी। नंदू देवी के आभूषण लूटने के इरादे से ही उसने हत्या कर दी ।
चाकू से काटा था नंदू का गला, कंधे पर नहर तक ले गया लाश
आरोपित शक्तिसिंह ने कबूल किया कि उसने आभूषणों के लालच में नंदू की हत्या चाकू से गला काटकर की। वारदात के समय नंदू खेत से घर जा रही थी। रास्ते में आरोपित ने उसकी हत्या कर दी। उधर, परिजनों व ग्रामीणों के नंदू देवी की तलाश में निकल जाने से शक्तिसिंह ने उसकी लाश को कंधे पर डाला और नाहर सागर की नहर तक ले गया और वहां छिपा दिया। मृतका नंदू के हाथों में पहने चांदी के कड़े निकाल लिये पैरो के कबुलियों को भी खोलने का प्रयास किया, मगर सफल नही हो पाया । आखिर इस जघन्य अपराध हत्या को पुलिस सुलझाने में सफल रही आगे की पूछताछ एवम् जांच जारी है ।