सनसनीखेज अंधे कत्ल का पुलिस थाना खजराना ने 24 घण्टे मे पर्दाफाश कर, आरोपी को किया गिरफ्तार
गौरव रक्षक/गणेश चौहान
इंदौर 31 अगस्त ।
एमआर 10 ग्रीन बेल्ट पर मिला था अज्ञात आधा धड, पुलिस ने सनसनीखेज घटना में अज्ञात धड की पहचान कर किया कत्ल का खुलासा।
घटना स्थल के आसपास के सैकडो सीसीटीव्ही देख पुलिस ने किया प्रकरण का पर्दाफाश।
आरोपी की सोशल मीडिया के जरिये हुई थी मृतक जोया (किन्नर) से मुलाकात।
आरोपी ने फोन कर बुलाया था मृतक जोया को अपने घर, लड़की के बजाय किन्नर निकलने पर उतारा उसे मौत के घाट।
पुलिस ने जोया किन्नर की जिंदगी के आखिरी 3 दिनो मे मिले हर व्यक्ति से की पूछताछ।
आरोपी ने लाश को काट कर आधे धड को फेंका था ग्रीन बेल्ट मे और आधे हिस्से को पेटी मे छुपा कर रखा था अपने घर ।
घटना के अनुसार पुलिस थाना खजराना को दिनांक 30/08/22 को सूचना प्राप्त हुई की ग्रीन बेल्ट एम . आर . 10 पर एक सफेद युरिया कि बोरी मे कुछ संदिग्ध वस्तु है जिसमे खून के निशान है जिस पर मौके पर पुलिस टीम ने पहुच कर देखा तो एक शव का आधा कमर के निचे का धड था जो की एक कपडे से पैरों के यहां से बंधा था। उक्त सनसनीखेज एवं गंभीरतम घटना की पतारसी हेतु तत्काल एफएसएल टीम एवं पुलिस की टीम ने तत्काल घटनास्थल का निरीक्षण कर घटना के खुलासे के प्रयास शुरू कर दिए ।
घटना सनसनीखेज व गंभीर प्रवृत्ती कि होने से श्रीमान पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री हरिनारायणचारी मिश्र व्दारा उक्त घटनाक्रम का शीघ्र खुलासा कर, इस को अंजाम देने वाले आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया गया । उक्त निर्देशों के अनुक्रम में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त इंदौर मनीष कपूरिया एवं पुलिस उपायुक्त ( जोन 2 ) श्री संपत उपाध्याय द्वारा अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त ( जोन 2 ) इंदौर श्री राजेश व्यास एवं सहायक पुलिस आयुक्त अनुभाग खजराना जयंत सिंह राठौर को अज्ञात आरोपियों की पतारसी कर शीघ्र उनकी गिरफ्तारी हेतु थाना प्रभारी खजराना दिनेश वर्मा के नेतृत्व में पुलिस की अलग अलग टीमे बना कर दिशा निर्देश देकर रवाना किया गया ।
खजराना पुलिस व्दारा घटना स्थल के आसपास के 500 मीटर के दायरे में आने वाले सैकडो सीसीटीव्ही फुटेज को चैक किया गया, जिसमे पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारीया मिली । साथ ही विगत दिनों में हुई गुम इंसानों के बारे मे जानकारी लेने पर यह ज्ञात हुआ कि दो दिन पूर्व एक किन्नर जिसका नाम जोया है वह अशरफी कालोनी में किसी से मिलने के लिये आई थी किंतु वो वहां से वापस नहीं आई। जिस दिशा में पुलिस टीम व्दारा अशरफी कालोनी के फुटेज चैक करने पर जोया अशरफी कालोनी में आते हुए दिखाई दी किंतु कहा गई इसकी जानकारी नहीं मिली थी ।
पुलिस टीम व्दारा अशरफी कालोनी में रहने वाले कई जाँच के दायरे में आने वालों से पूछताछ की गई किंतु कोई ठोस जानकारी नहीं मिली ।
पुलिस टीम व्दारा उक्त धड़ को जोया के परिवारजनो से तस्दीक कराने पर जिस कपडे से पैर बंधा था वह जोया का ही है पहचान की गई । जिसके आधार पर पुलिस टीम व्दारा जोया के गुम होने के पश्चात जिन लोगो से मिली थी उस हर व्यक्ति से पुलिस टीम व्दारा पूछताछ कि गई जिसमे जिस आटो चालक ने जोया को अशरफी कालोनी मे छोडा था उसने कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दी। जिस पर पुलिस टीम व्दारा तकनीकी विश्लेषण के आधार पर संदेही नूर मोहम्मद के बारे में पता चला। जिसकी तलाश में पुलिस ने टीमे रवाना की गई तो खजराना कि एक टीम ने संदेही नूर मोहम्मद को आलापुरा जूनी इंदौर से अपनी गिरफ्त मे लिया ।
पुलिस टीम व्दारा आरोपी को थाना पर लाकर पूछताछ करने पर आरोपी व्दारा जोया को मारना स्वीकार किया । आरोपी ने बताया कि उसकी जोया से पहचान इंटरनेट के जरिये हुई थी और इंटरनेट से ही जोया का नंबर मिला था जिस पर आरोपी ने जोया को फोन लगाकर बुलाया था। जब जोया आरोपी नूर मोहम्मद के घर आया और उसे यह पता चला कि वह लड़की नहीं है किन्नर है तो आरोपी ने घुस्से में आकर जोया का टावेल से गला दबाकर मार दिया तथा शव को ठिकाने लगाने के लिये बकरा काटने के बंका से शव को दो भागो मे काट कर अपनी एक्टिवा से खाद की बोरी मे शव के एक हिस्से धड जो कमर के निचे के हिस्से का था को बोरी मे बन्द कर एम . आर . 10 रोड के पास झाडीयो मे फेंक आया था तथा शव के एक हिस्से उपरी धड़ को अपने घर में ही छुपाकर रखा था, और मौका मिलते ही उसको भी इसी प्रकार कहीं फेंकने वाला था।
पुलिस कि सक्रियता से आरोपी मृतक जोया के धड़ के दूसरे हिस्से को ठिकाने नहीं लगा पाया उसे उसने अपने घर पर ही पेटी में छुपा दिया और समय मिलने पर कही दूर फेंकने की योजना बनाई थी, लेकिन पुलिस की गिरफ्त में आ गया।
पुलिस ने मृतक जोया का मोबाईल फोन एवं घटना में इस्तेमाली आला जरब ( बका ) भी आरोपी के घर से बरामद किया गया हैं । उल्लेखनीय है कि संदेह के आधार पर जब पुलिस टीम आरोपी के घर के आस पास छानबीन कर रही थी तो आरोपी पुलिस को देखकर रफूचक्कर हो गया था । लेकिन पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए उक्त अंधे कत्ल का 24 घंटे में पर्दाफाश करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उक्त सराहनीय कार्य को करने में थाना प्रभारी खजराना दिनेश वर्मा , उनि रितेश यादव , उनि राम कुमार रघुवंशी सउनि प्रवेश सिंह , सउनि सुनील रैकवार , प्रआर . जिशान एहमद , विनोद यादव , लोकेन्द्र सिंह , रवि भार्गव , मेहमुद खाँन , आरक्षक शशांक चौधरी , देवेन्द्र यादव , रामकुमार मीणा , नितेश राय की सराहनीय भूमिका रही ।