गौरव रक्षक/ शिवभानू सिंह बघेल
सतना/ 09 जून 2022
असली दुल्हन तो क्या मोम की गुड़िया तक नहीं मिली किसी को…??
मामला गुरुकृपा व न्यू साथिया प्राइवेट लिमिटेड का
इस शहर में एक कमरे में प्राइवेट लिमिटेड कंपनियां बन जाती है । यह कंपनियां सिर्फ ठगी करके यहां से भाग जाती हैं । ऐसा ही कंपनी गुरुकृपा मे मैट्रिमोनियल सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड एवं न्यू साथिया मेट्रोमोनियल सर्विस के नाम से यहां सुर्खियों में है । यह कंपनियां कुंवारों का घर बसाने का दावा करती है लेकिन हकीकत यह है कि इनके चक्कर में कई कुंवारे बुड्ढे हो चले हैं । नागौद के भरत ने बताया कि उनसे 16000 लेकर 5000 की रसीद दी गई लेकिन उन्हें असली तो क्या मोम की गुड़िया भी नसीब नहीं हुई । हमारे घूमते आईने को सूत्रों ने बताया कि यहां कुछ युवतियां रखी गई है जो ठगे गए लोगों को धारा 354 की धमकी देने का काम करती हैं । सूत्रों का कहना है दांपत्य जीवन का सपना दिखाने वाली इन कंपनियों की सूचना तक पुलिस को नहीं है जबकि नियम है कि बाहरी किरायेदारों की सूचना मकान या दुकान मालिकों को पुलिस को देना होगा । लेकिन यह कंपनियां कहां की है यह लोग कहां के हैं किसी को कुछ नहीं पता । चोरी और सीनाजोरी की तर्ज पर इनके द्वारा क्षेत्र के वरिष्ठ पत्रकार यदुवंशी ननकू यादव की शिकायत पुलिस में की गई है । वैसे यहां पुलिस से लेकर तमाम भ्रष्टाचारियों का एक ही फंडा है कि थाना और कार्योलयो से दूर रहने वाले योग्य पढ़े-लिखे यह पत्रकारों के लिए कलेक्टर एसपी से ही कहा जाता है कि पत्रकार पैसा व शराब मांग रहे हैं । सच्चे पत्रकारों को इसकी चिंता न कर ठगों का भ्रष्टाचारियों को बेनकाब करते रहना चाहिए । और जिनकी प्रजाति ही भोकने वाली है उनकी चिंता नहीं करनी चाहिए ।
गुरुकृपा मेट्रीमोनियल सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड एवं न्यू साथिया मेट्रोमोनियल सर्विस के नाम से शादी कराने वाला गिरोह सतना में सक्रिय
शादी कर ठगने वाले गिरोह नाम बदल बदल कर हो रहे सक्रिय
सतना घर बसाने वाले ‘शादीराम घर जोड़े’ यानी रिश्ते दिखाने वालों की आड़ लेकर ठगोरों ने अब घर लूटने का काम कर शुरू कर दिया है। मैरिज ब्यूरो और मेट्रीमोनियल सर्विसेस के रूप में लूट का धंधा शुरू कर रजिस्ट्रेशन के नाम पर युवाओं से हजारों रुपए ऐंठे जा रहे हैं। हाल ही में सतना में कई युवाओं से लाखों रुपए लूटने का मामला सामने आया है जबकि ललितपुर के कुछ लड़के नया इंडिया की टीम को इसकी जानकारी दी गई 16/ 16 हजार रुपए की रसीद देते हैं नागौद के एक भरत नाम के लड़के से ₹5000 लिया गया था 1 साल पहले कई लोगों ने तो शिकायत भी की है पुलिस में भी इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं। पुलिस, प्रशासन और जिम्मेदार विभागों की निगरानी नहीं होने से कहीं फर्जी मैरिज ब्यूरो चलाए जा रहे हैं तो कहीं गैंग बनाकर शादी करवा दी जाती है और लूट का खेल खेला जाता है। सर्वगुण सम्पन्ना और मनपसंद जीवनसाथी पाना कई युवाओं का सपना होता है। मगर इसी सपने को आधार बनाकर शहर में लूट का खेल खेला जा रहा है। पुलिस-प्रशासन की कमजोरी का फायदा उठाते हुए शहर भर में कई मैरिज ब्यूरो खुल गए हैं, जहां अच्छा जीवनसाथी मिलच तो दूर उलटा युवाओं को लूट का शिकार बना लिया जाता है। हाल ही में सतना में ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें सतना सहित प्रदेश भर के कई शहरों के लोगों से रिश्ता कराने के नाम पर 16-16 हजार रुपए तक लिए गए थे, लेकिन रिश्ता नहीं होने पर मामला सतना पुलिस तक पहुंच गया। भले ही पुलिस ने कोई कारवाही अभी तक नहीं की परंतु यह अपनी दुकान बंद कर दूसरे जगह नाम बदलकर शादी ब्यूरो खोल लेते बिचारे भटकते रहते हैं ।लेकिन इस तरह सैक़.डों युवाओं को मूर्ख बनाया जा रहा है, लेकिन न ही शिकायत हो रही है और न ही जांच।
न मान्यता, न ही अनुमति
बाले-बाले शुरू किए जा रहे मैरिज ब्यूरो वाले किसी भी संबंधित विभाग से किसी भी तरह से कोई अनुमति या मान्यता नहीं लेते। प्रशासन के मुताबिक अगर किसी व्यक्ति या समूह द्वारा सोसायटी के रूप में मैरिज ब्यूरो शुरू किया जाता है, तो फर्म्स एंड सोसायटी के तहत् रजिस्ट्रेशन कराया जाना चाहिए। जबकि निगम अधिकारियों के मुताबिक किसी भी तरह की फर्म डालने से पहले ट्रेड लायसेंस लेना भी जरूरी होता है। मगर अधिकांश मैरिज ब्यूरो वाले नियमों को धता बताते हुए इस तरह का लायसेंस नहीं लेते। इस तरह के ब्यूरो के संचालन के लिए लायसेंस और रजिस्ट्रेशन लेना तो दूर, संचालक संबंधित थानों में इसकी जानकारी तक नहीं देते। इनके ऊपर न शासन का नियंत्रण होता है और न ही पुलिस की निगरानी। इसी बात का फायदा उठाकर ये लूट शुरू कर देते हैं।
साथिया मेट्रोमोनियल सर्विसेस का डायरेक्टर मिश्रा नाम का कोई व्यक्ति है जो बदल बदल कर अपना धंधा चला रहा मैहर कटनी रोड मे एक नया आफिस खोला गया है हमारी नया इंडिया की टीम जानकारी एकत्रित कर रही है अगले अंक में हम इसका पूरा खुलासा करेंगे
घूमता आइना