भीलवाड़ा पुलिस ने चंद घंटों में 14 लाख रुपए की लूट के चार आरोपियों को किया गिरफ़्तार
भीलवाड़ा। शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र में डीपी ज्वैलर्स के कर्मचारियों के साथ दिनदहाड़े हुई 14 लाख रुपये की लूट के मामले में भीलवाड़ा पुलिस को चंद घंटों में सफलता मिली। कोतवाली पुलिस ने चारों आरोपियों को मध्यप्रदेश से गिरफ्तार कर इनके कब्जे से 13 लाख 40 हजार रुपए की नगदी व मोबाइल बरामद किए है। एसपी विकास शर्मा ने बताया कि, 23 जुलाई को दिनदहाड़े डीपी ज्वेलर्स
के दो कर्मचारी भैरूलाल कुमावत व भगवती
प्रसाद जीनगर 14 लाख रुपये जमा कराने पुर रोड़ स्थित एक बैंक के लिए रवाना हुये।
इस बीच, इनकी कार को राजेंद्र मार्ग रोड़ पर पीछे से दो बाइक से आये चार बदमाशों ने बाइक आगे लगाकर रोक लिया। चारों बदमाशों ने कार को घेरते हुये शीशे तोड़ दिये और 14 लाख रुपये लूटकर फरार हो गये थे। इस घटना में दोनों कर्मचारियों के हाथों में भी चोटें आई। हुई इस वारदात का खुलासा करना पुलिस के लिए चुनोतिपूर्ण कार्य था। वारदात को गंभीरता से लेते हुए चार टीमो का गठन किया गया। ये टीमें वारदात के बाद
ही तकनिकी संशाधनों की मदद से पड़ताल में जुट गई, इस दौरान सीसीटीवी फुटेज व अन्य तकनीकी जांच से मिले सबूत के आधार पर आरोपियों का पता लगाया और उनकी तलाश में जुट गई, टीम के सदस्यों ने अर्थक प्रयास कर चार आरोपियों को मध्यप्रदेश से गिरफ़्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले। 20,000 मोबाइल नंबरों का विश्लेषण कर 50 संदिग्ध नंबर चिन्हित किए। 70 से अधिक आपराधिक प्रवृत्ति के बदमाशों से पूछताछ की। कई होटलों व ढाबों को चेक किया। संदिग्ध हुलिए के आधार पर मोटरसाइकिलो की भी जांच की गई। सभी टीमों ने अपने अपने एरिया के सीसीटीवी चेक किए। रतलाम, इंदौर, उन्हेल, उज्जैन, मध्य प्रदेश व चित्तौड़गढ़ में कई स्थानों पर लगातार बिना रुके पुलिस टीम द्वारा दबिश दी गई। इसके बाद पुलिस को सफलता मिली।
यह आरोपी हुए गिरफ़्तार
कालका माता शिवनगर के पीछे पायरा, उदयपुर निवासी रोशन उर्फ बंटी पुत्र फूलचंद लखारा (35), मध्यप्रदेश के इंदौर चर्च कॉलोनी हाल ग्रीन पार्क कॉलोनी चंदन नगर निवासी मोहम्मद अबरार पुत्र मोहम्मद इस्माईल (45), नई आबादी हमीरगढ़ निवासी मुस्तफा मोहम्मद पुत्र अयुब मोहम्मद (21) व तनजीमनगर खजराना इंदौर निवासी सफीक पुत्र शौकीन शाह (32) को गिरफ़्तार किया है।
बैंक के बाहर निगरानी रखता था गिरोह
यह गिरोह बैंक के बाहर निगरानी रखता था। यह पता करता था कि कौन-सा आदमी रोजाना बैंक में मोटी रकम जमा कराने आता था। जिसके बाद मौका पाकर गिरोह लूट की वारदात को अंजाम देता था।
यह था मामला
नगर परिषद के सामने स्थित डीपी ज्वैलर्स से शुक्रवार को दो कर्मचारी भैंरूलाल कुमावत व भगवती प्रसाद जीनगर शोरूम से केश लेकर पुर रोड़ स्थित आईसीआईसीआई बैंक में जमा कराने के लिए कार से रवाना हुये। कार राजेंद्र मार्ग रोड़ पर स्थित कुल्हड़ चाय वाले के सामने पहुंची थी, तब दो बाइक पर सवार चार बदमाशों ने चेहरे को ढककर बाइक को कार के आगे लगाकर रुकवा लिया। चारों ने कार को घेर कर धारधार हथियार से शीशा तोड़ दिया व 14 लाख रुपये का बैग छीनकर फरार हो गए। इस दौरान दोनों कर्मचारी को चोटें आई। एसपी शर्मा ने तुरंत मामले को गंभीरता से लेते हुए टीम का गठन किया।
टीम में यह शामिल थे
एसपी विकास शर्मा ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुख्यालय गजेंद्र सिंह जोधा के सुपरविजन में पुलिस उपाधीक्षक वृत शहर भंवर रणधीर सिंह, पुलिस उप अधीक्षक महिला प्रकोष्ठ राहुल जोशी के नेतृत्व में चार टीमों का गठन किया। टीम में शहर कोतवाल दुर्गा प्रसाद दाधीच, प्रताप नगर थाना प्रभारी भजनलाल, पुर थाना प्रभारी मुकेश वर्मा, भीमगंज थाना प्रभारी सुरेश कुमार चौधरी, मानव तस्करी यूनिट निरीक्षक गजेंद्र सिंह नरूका, उप निरीक्षक स्वागत पांड्या, साइबर सेल के आशीष कुमार, हैड कांस्टेबल सत्यनारायण, हरीश कुमार, शंकर लाल, अशोक कुमार, ताराचंद, नरेश व मनीष, कांस्टेबल सत्यनारायण, दीपक, प्रदीप, पप्पू राम, राजवीर, शीशपाल, संजय, कैलाश चंद्र, प्रदीप कुमार व अमृत आदि शामिल थे।एसपी से लेकर कांस्टेबल तक लूट की वारदात के खुलासे में जुटे, चार गिरफ़्तार
भीलवाड़ा। शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र में डीपी ज्वैलर्स के कर्मचारियों के साथ दिनदहाड़े हुई 14 लाख रुपये की लूट के मामले में भीलवाड़ा पुलिस को चंद घंटों में सफलता मिली। कोतवाली पुलिस ने चारों आरोपियों को मध्यप्रदेश से गिरफ्तार कर इनके कब्जे से 13 लाख 40 हजार रुपए की नगदी व मोबाइल बरामद किए है। एसपी विकास शर्मा ने बताया कि, 23 जुलाई को दिनदहाड़े डीपी ज्वेलर्स
के दो कर्मचारी भैरूलाल कुमावत व भगवती
प्रसाद जीनगर 14 लाख रुपये जमा कराने पुर रोड़ स्थित एक बैंक के लिए रवाना हुये। इस बीच, इनकी
कार को राजेंद्र मार्ग रोड़ पर पीछे से दो बाइक से आये चार बदमाशों ने बाइक आगे लगाकर रोक लिया। चारों बदमाशों ने कार को घेरते हुये शीशे तोड़ दिये और 14 लाख रुपये लूटकर फरार हो गये थे। इस घटना में दोनों कर्मचारियों के हाथों में भी चोटें आई। हुई इस वारदात का खुलासा करना पुलिस के लिए चुनोतिपूर्ण कार्य था। वारदात को गंभीरता से लेते हुए चार टीमो का गठन किया गया। ये टीमें वारदात के बाद
ही तकनिकी संशाधनों की मदद से पड़ताल में जुट गई, इस दौरान सीसीटीवी फुटेज व अन्य तकनीकी जांच से मिले सबूत के आधार पर आरोपियों का पता लगाया और उनकी तलाश में जुट गई, टीम के सदस्यों ने अर्थक प्रयास कर चार आरोपियों को मध्यप्रदेश से गिरफ़्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले। 20,000 मोबाइल नंबरों का विश्लेषण कर 50 संदिग्ध नंबर चिन्हित किए। 70 से अधिक आपराधिक प्रवृत्ति के बदमाशों से पूछताछ की। कई होटलों व ढाबों को चेक किया। संदिग्ध हुलिए के आधार पर मोटरसाइकिलो की भी जांच की गई। सभी टीमों ने अपने अपने एरिया के सीसीटीवी चेक किए। रतलाम, इंदौर, उन्हेल, उज्जैन, मध्य प्रदेश व चित्तौड़गढ़ में कई स्थानों पर लगातार बिना रुके पुलिस टीम द्वारा दबिश दी गई। इसके बाद पुलिस को सफलता मिली।