17 अगस्त। राज्य सरकार ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में नए चिकित्सा महाविद्यालयों के संचालन के लिए गठित राजस्थान मेडिकल एजुकेशन (राजमेस) सोसाइटी का पुनगर्ठन करने और सोसाइटी के तहत 210 पदों के सृजन का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने इस संबंध में प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
श्री गहलोत ने राजमेंस सोसाइटी का कार्यभार बढ़ने के क्रम में इसका पुनगर्ठन करने और नए पदों के सृजन को स्वीकृति दी है। वर्तमान में सोसाइटी के संचालन के लिए 27 पद स्वीकृत है तथा सोसाइटी के अधीन विभिन्न जिलों में 7 नहीं चिकित्सा महाविद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। हाल ही में स्वीकृत 15 अतिरिक्त मेडिकल कॉलेजों के साथ-साथ भविष्य में स्वीकृत होने वाले अन्य चिकित्सा महाविद्यालयों का संचालन भी इसी सोसाइटी के अधीन किया जाना है।
चिकित्सा शिक्षा विभाग और वित्त विभाग के प्रस्ताव के अनुसार, राजमेस सोसाइटी में प्रशासन विधि, लेखा, आयोजना, खरीद, अकादमिक, अभियांत्रिकी, अस्पताल प्रशासन और सूचना तकनीक (आईटी) आदि शाखाएं अथवा प्रभार गठित किए जाएंगे। इन शाखाओं के माध्यम से मेडिकल कॉलेजों के लिए नियामक संस्थाओं द्वारा जारी मापदंडों के अनुरूप अकादमिक एवं प्रशासनिक गतिविधियों, निर्माण कार्यों, वित्तीय संसाधनों के प्रबंधन, पर्यवेक्षण, मॉनिटरिंग सहित समस्त क्रियाकलापों का क्रियान्वयन किया जाएगा।
स्वीकृत प्रस्ताव के अनुसार, राजमेस सोसायटी में वर्तमान 27 पदों के अतिरिक्त 210 नए पदों का सृजन किया जा रहा है।पुनगर्ठन के बाद सोसाइटी में निदेशक का एक पद, अतिरिक्त निदेशक के 3, उपनिदेशक के 6, सहायक निदेशक के 6, वित्तीय प्रबंधन के लिए वित्तीय सलाहकार से कनिष्ठ लेखाकार स्तर तक विभिन्न स्तर के 30, अभियांत्रिकी शाखा में मुख्य अभियंता से लेकर सहायक अभियंता के स्तर के 35, आईटी शाखा में 50 पदों सहित कुल 237 पद सृजित हो जाएंगे।
मुख्यमंत्री के इस निर्णय से प्रदेश में प्रस्तावित नए चिकित्सा महाविद्यालयों की स्थापना के कार्य में तेजी आएगी और उनके संचालन का काम अधिक सुव्यवस्थित हो सकेगा।