रिपोर्ट- श्रेयांश शुक्ला
जबलपुर।
शेयर मार्केट में निवेश कर तीन माह में रकम दोगुना करने का झांसा देकर साइबर जालसाजों ने महिला से लाखों रुपये की ठगी कर ली। कई साल की जमापूंजी गंवाने के बाद महिला ने ठगों के खिलाफ कार्रवाई के लिए स्टेट साइबर सेल में शिकायत की है। शिकायत दर्ज कर साइबर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पीड़ित महिला ने बताया कि जालसाजों ने उससे 2 लाख 3 हजार रुपये जमा कराए थे, जिसके बदले 3 माह में 4 लाख 50 हजार रुपये वापस करने का आश्वासन दिया था। स्टेट साइबर एसपी अंकित शुक्ला ने बताया कि साइबर ठग ज्यादा आमदनी का झांसा देकर लोगों को निशाना बना रहे हैं।
यह है मामला-
कांचघर निवासी अंजली गौठरिया ने स्टेट साइबर सेल में 15 मई को शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि गत वर्ष अक्टूबर माह में इंदौर की एडवाइजरी और स्टॉक इन्वेस्टमेंट कंपनी ग्लोबल श्योर सर्विस से उसके पास फोन आया। फोन करने वाले ने अपना नाम आकाश ठाकुर बताया जो कंपनी में मैनेजर है। अंजली के मुताबिक उसका डीमेट एकाउंट है। आकाश ने कहा कि यदि वह डीमेट एकाउंट के जरिए कंपनी में निवेश करे तो मात्र 3 माह की सीमित अवधि में दोगुना रकम उसे लौटा दी जाएगी। आकाश ने कई लोगों के उदाहरण दिए जिन्होंने कंपनी में निवेश कर मात्र 3 माह के भीतर दोगुना रकम प्राप्त की थी। भरोसे में आकर उसने कंपनी में लाखों रुपये निवेश कर दिए, बाद में उसे ठगी का पता चला।
दस्तावेज लिए, आईडी व पासवर्ड नहीं दिया-
अंजली गौठरिया ने साबयर टीम को बताया कि एडवाइजरी और स्टॉक इन्वेस्टमेंट कंपनी ग्लोबल श्योर सर्विस के नाम पर फोन कर उसे झांसे में लेने वाले साबयर ठगों ने निवेश के दौरान उससे पहचान संबंधी कई दस्तावेज ईमेल के माध्यम से लिए थे। उन्होंने आश्वासन दिया था कि कंपनी में उसका अकाउंट खोला जा रहा है। अकाउंट खुलने के बाद उसे आईडी व पासवर्ड दिया जाएगा, जिसकी सहायता से वह निवेश की गई रकम की स्थिति को ऑनलाइन देख सकेगी। भरोसे में आकर उसने पहचान संबंधी कई दस्तावेज ईमेल कर दिये, जिनके दुरुपयोग की आशंका भी बढ़ गई है। दस्तावेज लेने व रकम निवेश करने के बाद से जालसाजों ने संपर्क खत्म कर दिया। जिसके बाद उसे ठगी का पता चल पाया।
बताया, सेबी में रजिस्टर्ड है कंपनी-
महिला ने बताया कि आकाश ठाकुर के अलावा कंपनी से किसी नीरज ठाकुर व कृष्णा के भी फोन आने लगे थे। नीरज जबलपुर के सदर क्षेत्र का निवासी है। उन्होंने उसे कंपनी के दो एकाउंट नंबर दिए थे, जिसमें गूगल पे के माध्यम से रकम भेजना था। 12 नवंबर 2019 से 13 जनवरी 2020 के बीच उसने अलग-अलग तारीखों में कंपनी के खाते में नेट बैंकिंग से 1 लाख 28 हजार रुपये जमा किए थे। उसके डीमेट एकाउंट से भी 75 हजार रुपये कंपनी के खाते में चले गए। उसने जब बताया कि शेयर मार्केट में निवेश का उसे कोई अनुभव नहीं है तो दोनों ने भरोसा दिया कि उनकी कंपनी सेबी में रजिस्टर्ड है। लिहाजा संदेह करने की कोई बात नहीं, निवेश की अवधि उपरांत कंपनी मुनाफा सहित रकम वापस कर देगी