रिपोर्ट- वंशिका भार्गव
सैकड़ों मजदूर सड़क पर, घर भिजवाने की मांग
भीलवाड़ा। वस्त्रनगरी में पिछले 52 दिन से कोरोना वायरस को लेकर चल रहे लाॅकडाउन, कर्फ्यू के कारण बंद पड़ी कपड़ा यूनिटों में काम करने वाले बिहार-उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों के सैकड़ों मजदूर बेरोजगारी से परेशान होकर सड़कों पर उतर गए। पांसल चौराहे के पास विरोध प्रदर्शन करते हुए इन मजदूरों ने उनकी घर वापसी की मांग की। प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
जानकारी के अनुसार शहर के प्रतापनगर थाना क्षेत्र में स्थित आईटीआई के सामने स्थित सड़क के किनारे आज सुबह सोशल डिस्टेसिंग का खुला मजाक उड़ाते हुए बड़ी संख्या में कपड़ा फैक्ट्रियों में काम करने वाले बिहार और यूपी के मजदूर इकट्ठा हो गए। उनका आरोप है कि लाॅकडाउन होने से न तो फैक्ट्री मालिक वेतन (मजदूरी) दे रहे हैं और नहीं आगे जल्दी फैक्ट्री चलने की उम्मीद है। ऐसे में उनके सामने घर चलाने की भी समस्या आ रही है। मजदूरों की मांग है कि 3 माह का मकान का किराया, पानी, बिजली का बिल व बच्चों की स्कूल फीस माफ हो। इसके साथ ही मार्च-अप्रैल का वेतन दिलाया जाए। मजदूरों का कहना है कि प्रशासन द्वारा उनके लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है। उन्हें अपने-अपने गांव जाना है। प्रशासन इसकी व्यवस्था करे। घटना की सूचना मिलते ही प्रतापनगर थानाधिकारी भजनलाल मय जाब्ता मौके पर पहुंचे और मजदूरों से उनकी पीड़ा सुनी। उपखंड अधिकारी टीना डाबी समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंचे। जहां समझाइश का प्रयास जारी है। इन अधिकारियों का कहना था कि जिन राज्यों में प्रवासी मजदूरों को भिजवाने की स्वीकृति है वहां की सरकार से बात की जा रही है। स्वीकृति मिलते ही बस से और अन्य साधनों से मजदूरों को घर पर जाने की व्यवस्था की जाएगी।
दूसरी ओर, सोमवार को दी जाने वाली छूट से पहले ही यह स्थिति है तो कल तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।