देश-विदेश इटली ने कहा है कि उसने कोरोना की वैक्सीन बना ली, जल्दी ही कोरोनावायरस को रोक दिया जायेगा

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रिपोर्ट ;-श्रेयांश शुक्ला✍️
इटली ने कहा है कि उसने कोरोना की वैक्सीन बना ली, जल्दी ही कोरोनावायरस को रोक दिया जायेगा

देश-दुनिया। दुनिया भर में जारी कोरोनावायरस महामारी संकट के बीच एक राहत की खबर सामने आयी है. कोरोना से सबसे प्रभावित देशों में से एक इटली ने कहा है कि उसने कोरोना की वैक्सीन बना ली है और जल्दी ही कोरोनावायरस को रोक दिया जायेगा।

साइंस टाइम्स की रिपोर्ट के हवाले से इटली सरकार ने बताया कि हमारे वैज्ञानिकों द्वारा कोरोना के एंटी बॉडी ढूंढ़ लिया गया है. जल्द ही इसको हम उपयोग में लायेंगे. बता दें कि इटली में कोरोनावायरस से अब तक तकरीबन 30 हजार लोगों की मौत हो चुकी है।
रोम के लजारो स्पालनजानी नैशनल इंस्टिट्यूट फॉर इन्फेक्शन डिजिज के शोधकर्ताओं ने अखबार को बताया कि एंटी बॉडी को पहले चूहे पर उपयोग किया गया उसके बाद मनुष्य पर. दोनों पर एंटी बॉडी का प्रयोग सफल रहा. वैज्ञानिकों ने बताया कि जब इसका इस्तेमाल इंसानों पर किया गया तो देखा गया कि इसने कोशिका में मौजूद वायरस को खत्म कर दिया है।

इजरायल का दावा- कोरोना वैक्सीन बनाने को लेकर इजरायल भी दावा कर चुका है. इजरायल के रक्षामंत्री नैफताली बेन्नेट ने दावा किया कि हमने वैक्सीन बना ली है, जल्द ही बड़ी मात्रा में इसका उत्पादन शुरू करेंगे. उन्होंने कहा है कि इजरायल इंस्टीट्यूट फॉर बायोलॉजिकल रिसर्च (IIBR) ने कोरोना वायरस की एंटीबॉडी विकसित करने में सफलता हासिल कर लिया है।

चीन और रूस भी कतार में- कोरोनावायरस का पहला केस चीन के वुहान शहर में मिला था. इसके बाद यह वायरस पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले ली है. हालांकि वैक्सीन बनाने को लेकर चीन भी खुद को काफी आगे बता रहा हैं. वहीं रूस ने कहा है कि जून तक वो यह वैक्सीन बना लेगा।

रेमेड्सवियर दवा की खोज- इससे पहले अमेरिका के शिकागो विवि ने कोरोना दवा खोजने की बात कही थी. शिकागो मेडिकल सेंटर गिलीड साइंसेज ने एक दवा का निर्माण किया है, जिसका नाम है रेमेड्सवियर. यह एक एंटीवायरल न्यूक्लियोटाइड एनालॉग ड्रग है. ऐसा बताया जा रहा है कि इससे COVID-19 के मरीजों का इलाज संभव हो पाएगा. हालांकि बाद में खबर आई कि यह दवा कोरोना खत्म करने में समर्थ नहीं है।

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