रिपोर्ट: विनोद कुमावत
चितौड़गढ़ जिले के निम्बाहेड़ा नगरपालिका क्षेत्र में रहने वाला एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव आया है। शनिवार शाम को रिपोर्ट आने के बाद पूरे जिले में हड़कम्प मच गया है। जिला एवं निम्बाहेड़ा नगरपालिका क्षेत्र में प्रशासनिक अधिकारी बैठक कर आगामी रणनीति बना रहे हैं। वहीं निम्बाहेड़ा नगरपालिका क्षेत्र में कर्फ्यू की घोषणा हो गई है। प्रशासन की और से सख्ती बढ़ा दी गई है। एहतियात के तौर पर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
जिला चिकित्सा एवम् मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी इंद्रजीत सिंह ने बताया कि, पिछले 36 दिनों में एक भी केस नहीं मिलने के बावजूद हमने जिला अस्पताल में सभी आवश्यक तैयारियां कर रखी थी। जैसे ही निंबाहेड़ा से युवक के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर अाई, चित्तौड़गढ़ के श्री सांवलिया जी राजकीय जिला चिकित्सालय को कोविड़ 19 हॉस्पिटल का रूप दे कर हर परिस्थिति से निपटने की पुख्ता व्यवस्था कर ली गई है, साथ ही मनीष सोनी निंबाहेड़ा के संपर्क में आए 17 लोगो को रविवार को चित्तौड़गढ़ के चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड में कोरोंनटाइन किया गया है।
बताया जा रहा है कि यह युवक निम्बाहेड़ा की लखारा गली क्षेत्र में रहता है। पॉजिटिव केस सामने आते ही जिला कलक्टर ने शनिवार शाम को बैठक बुलाई है और आगामी कदम उठाने पर मंथन किया जा रहा है। गौरतलब है कि यह चितौड़गढ़ का पहला केस है। इससे पहले तक कोरोना संक्रमण का एक भी केस नहीं था।
रिपोर्ट आते ही कर्फ्यू की घोषणा
कोरोना संक्रमित की रिपोर्ट आते ही जिस क्षेत्र में यह युवक रहता है वहां हाइपो क्लोराइट का छिड़काव किया गया है। साथ ही यहां नगरपालिका क्षेत्र में बेरिकेट्स लगा कर रास्ते बंद किये जा रहे हैं। कोरोना संक्रमण का मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने एहतियात बरतने शुरू कर दिए हैं। पुलिस संक्रमित युवक की ट्रावेल हिस्ट्री खंगाल रही है। वही एहतियात के तौर पर निंबाहेड़ा में कर्फ्यू की घोषणा हो गई है। पुलिस व प्रशासन के वाहन से इस संबंध में घोषणा की जा रही है। वहीं चिकित्सा विभाग के अधिकारी भी सर्वे और जांच के लिए कार्य योजना तैयार करने में जुट गए हैं।
– लखारा गली पहुंचे अधिकारी
इधर, कोरोना का पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद निंबाहेड़ा की लखारा गली में एसडीएम पंकज शर्मा, डीवाईएसपी जगराम मीणा, नगरपालिका अध्यक्ष सुभाष शारदा, अधिशासी अधिकारी मुकेश कुमार, सदर थाना अधिकारी फूलचंद टेलर, निंबाहेड़ा कोतवाल मय जाप्ता, पार्षद मनोज पारख, रवि सोनी आदि पहुंचे। डीवाईएसपी जगराम मीणा ने वहां तैनात पुलिस कांस्टेबल और होम गार्डों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जानकारी मिलते ही पूरी गली और आसपास के मोहल्लों को बेरिकेट्स लगा कर सील किया गया। नगरपालिका के कर्मचारियों द्वारा पूरे क्षेत्र को सेनिटाइज किया गया।
संक्रमित के करीबी होंगे क्वॉरेंटाइन
निंबाहेड़ा में कोरोना वायरस पॉजिटिव मिलने के बाद प्रशासन ने फुर्ती दिखाते हुए तुरंत गली को सील किया। साथ ही प्रशासन रोगी के सम्पर्क वालों की सूची और इसकी ट्रैवल हिस्ट्री के बारे में पता कर रहा है। जिला चिकित्सा अधिकारी इंद्रजीत सिंह ने निंबाहेड़ा में डेरा डाल दिया है ताकि पुख्ता तरीके से संक्रमित लोगो को पहचान कर उनका इलाज किया जा सके
निजी हॉस्पिटल में चल रहा था उपचार
प्रारंभिक जानकारी में सामने आया कि मनीष सोनी कुछ दिनों पूर्व बीमार हुआ था। उसके पश्चात इसका इलाज निंबाहेड़ा के सेवानिवृत्त चिकित्सक डॉ. आरके गुप्ता ने अपने निजी चिकित्सालय में किया था। इसकी तबीयत बिगड़ने पर शुक्रवार को निंबाहेड़ा राजकीय उपजिला चिकित्सालय भेजा गया। यहां से तबीयत ज्यादा खराब होने के कारण चित्तौड़गढ़ रैफर किया गया। चित्तौड़गढ़ से भी उसे उदयपुर रैफर कर दिया गया। यहां मनीष का उपचार जारी है।
हर दिन 100 से ज्यादा रोगी,बढ़ सकता है खतर
जानकारी मिली है कि कोरोना संक्रमित युवक का निम्बाहेड़ा में सेवानिवृत्त चिकित्सक डॉ. आरके गुप्ता के हॉस्पिटल में इसका उपचार चल रहा था। यहां प्रतिदिन 100 से 150 रोगी तक उपचार कराने आते हैं। इनमें अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रो के हैं। साथ ही इसी हॉस्पिटल के सामने एक लैब भी है। चिकित्सालय के रोगी वहां जांच कराने भी जाते हैं। ऐसे में अब प्रशासन को खासी मशक्कत करनी पड़ सकती है।
प्रशासन के सामने अब बड़ी चुनौती
जिले में प्रशासन व पुलिस प्रशासन द्वारा लगातार अच्छा कार्य किया जा रहा है। अब तक 571 सेम्पल भेजे गए जो नेगेटिव आये है। प्रशासन द्वारा डोर तो डोर सर्वे भी करवाये जा रहे है। लेकिन निम्बाहेड़ा में शनिवार को पहला कोरोना पॉजिटिव केस आया है, जिसको तबियत खराब होने पर उदयपुर रेफर किया गया था। प्रशासन के सामने अब बड़ी चुनौती होगी कि इसे फैलने से कैसे रोका जाए। उसके संपर्क में आये लोगों को ट्रेस करना और आइसोलेशन या क्वॉरेंटाइन करना एक बड़ी चुनौती होगी। अभी तक प्रशासन द्वारा 41 हजार 742 जनों को होम क्वॉरेंटाइन कर रखा है जिनमें से 31 हजार 931 जनों का 14 दिन का क्वॉरेंटाइन खत्म हो चुका है। बाकी बचे 9 हजार 821 जने अभी भी क्वॉरेंटाइन में है। वहीं पुलिस प्रशासन के लिए भी ये सिर दर्द होगा कि लोगों से लॉक डाउन की पालना कितनी कठोरता से करवाई जाए। अब देखना होगा कि प्रशासन की और से क्या मापदंड अपनाया जाएगा।
नगर में संक्रमित व्यक्ति के सामने आने के साथ ही अब चिकित्सा विभाग और जिला प्रशासन ने संपर्क में आए लोगों और संक्रमण फैलने की संभावना के चलते स्क्रीन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार 50 से अधिक सैंपल ले जा चुके हैं और प्रारंभिक रूप से संक्रमित के संपर्क में आए लोगों की तथ्यात्मक रिपोर्ट बना दी गई है। प्रारंभिक रूप से संक्रमित के परिजन एंबुलेंस चालक और अस्पताल के चिकित्सक के सीधे संपर्क में आने के साथ ही दो अन्य लोगों के भी संपर्क में आने की पुष्टि हुई है। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए उपखंड क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया है वहीं लखारा गली को पूरी तरह से सीज कर दिया गया है। आवश्यक वस्तुओं के लिए लगातार नंबर जारी किए जा रहे हैं ताकि लोगों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो, कुल मिलाकर संक्रमित के सामने आने के साथ ही प्रशासन ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है ताकि इस आपात स्थिति से निपटा जा सके।