ब्रजनंदन जैसे लोग, लगा रहे KJS जैसे उद्योग घराने की साख में बट्टा
रिपोर्ट रवि सिंह सतना
✍ एक ऐसा आरोपी जिसके ऊपर लगभग आधा दर्जन करीब आरोप पंजीबद्ध हैं जो कि सिर्फ दो तीन वर्षों से हर छः माह मे एक अपराध कारित कर ही देता है वहीं KJS जैसे बड़े संस्थान मे बतौर सुरक्षा कर्मी बन ड्यूटी दे तो सवाल लाजमी हो जाते है,पहला सवाल तो यह कि क्या KJS संस्थान अपराधियो को सुरक्षा जैसे दायित्व सौंपता है ? हालांकि नियमो कि बात करे तो कोई भी संस्थान बिना पुलिस सत्यापन कोई सुरक्षा कर्मी नियुक्त नही करता,तो बही दूसरा सवाल संबंधित थाने के जिम्मेदारो पर उठता है, कि कैसे एक अपराधी थाने से अपना चरित सत्यापन किस सिस्टम से करवा लें रहा है ! जबकि जंहा उक्त आरोपी हर छः महीने मे एक अपराध कारित कर रहा है तो वही नियमो के मुताबिक हर छःमाह मे एक बार चरित्र सत्यापन कराना अनिवार्य होता है । ज्ञात हो 6 माह पहले विवाद कर जेल जाने वाला ब्रजनंदन द्वारा हाल में फिर 18 अप्रैल 2020 को भी अपने गांव में फिर विवाद किया गया। जिसमें थाना अमरपाटन में अपराध पंजीबद्ध किया गया। जिसके अंतर्गत ब्रजनंदन सिंह,राजबहोरन सिंह,अमर सिंह को 323,294,506, 34,325 के तहत आरोपी बनाया गया है।उसके बाद फरयादी सुनेंद्र सिंह को झगड़े बाद सतना इलाज के लिए रेफर कर दिया गया।
ज्ञात हो ब्रजनंदन सिंह के ऊपर लगभग आधा दर्जन अपराध दर्ज है। जो कि अपने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सुरक्षा गार्ड की नौकरी पर कुंडली मारे बैठा है, KJS प्रवंधन नीचे के लोगों को ये नही पता उनके इस कृत्य से प्रबंधन की साख पर बट्टा लग रहा है।