(रिपोर्ट योगेश लिमानी)
भीलवाड़ा। भाजपा जिलाध्यक्ष लादूलाल तेली ने उपखंड अधिकारी टीना डाबी पर प्रशासनिक कार्यो मे लापरवाही, मनमानी व पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि जब भीलवाड़ा कोरोना वायरस की बीमारी से ग्रस्त व त्रस्त है, उपखंड अधिकारी अपनी सीट पर बैठकर समय पर कार्य निष्पादन के बजाय वह अधिकांश समय मीटिंग के बहाने गायब रहने से शहर की जनता के काम बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं तथा सुबह से शाम तक उपखंड कार्यालय के बाहर भारी भीड़ जमा रहती है।
भाजपा जिला प्रवक्ता कैलाश सोनी ने बताया कि भाजपा जिलाध्यक्ष लादूलाल तेली ने जिला कलेक्टर को अवगत कराया कि उपखंड अधिकारी के कार्यालय में पूरे समय नहीं बैठ कर अधिकांश समय अन्य कार्यों में इधर उधर रहने से व्यापारियों को आमजन को अपने अति आवश्यक कार्य के लिए भी भटकना पड़ रहा है, साथ ही अति आवश्यक कार्य किराणा व्यापारियों एवं मेडिकल एमरजेंसी के लिये कर्फ्यू पास उपखंड अधिकारी द्वारा बनाये जाते है, वो भी समय पर उपलब्ध नहीं हो रहे है और इसके लिये सुबह से शाम तक एवं कभी-कभी तो 2-3 दिन तक इंतजार करना पड़ता है तथा फोन ओर मोबाइल से सम्पर्क करने पर अधीनस्थ कर्मियो द्वार मीटिंग मे बताकर टालमटोल कर राजनेतिक ओर पक्षपात पूर्ण कार्य किया जा रहा है। इसी के साथ तेली ने जिला कलेक्टर को बताया कि उपखंड अधिकारी द्वारा कईं टीवी चैनलों को दिए जा रहे हैं लाइव इंटरव्यू में भीलवाड़ा कोरोना मॉडल की पूरी जानकारी सही तरह से नहीं दी जा रही है, सुनने से लगता हे की सुनी सुनाई बातो को किसी बच्चे से पढाया जा रहा हो, जिसके कारण भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो रही है।
तेली ने जिला कलेक्टर से पूछा कि क्या उपखंड अधिकारी को भीलवाड़ा मॉडल की जानकारी देने के लिए अधिकृत किया गया है या नहीं यदि बिना किसी अधिकृत व्यक्ति के टीवी चैनल पर लाइव इंटरव्यू दिया गया है, तो उनके खिलाफ आप द्वारा क्या कार्रवाई की जा रही है, उपखंड अधिकारी से यह पूछा जाए कि जिला स्तर पर किए जा रहे कार्यों में किस प्रकार के कार्यों में उनका योगदान रहा है और उपखंड अधिकारी के रूप में उनके द्वारा क्या किया गया है तथा इसके लिए किसी उपखंड अधिकारी को टीवी पर लाइव आने की जरूरत क्या है। जब जिला स्तर पर किसी भी प्रकार का कार्य किए जाने में उनकी कोई प्रत्यक्ष भूमिका नहीं है, तो जानबूझकर श्रेय लेने की हौड़ के साथ अनाधिकृत रूप से प्रयास किया गया है जो निंदनीय है। भाजपा जिलाध्यक्ष लादू लाल तेली ने जिला कलेक्टर को अवगत कराया कि 10 अप्रैल को प्रातः 10:00 बजे के लगभग भीलवाड़ा शहर की कई शिक्षिकाओं, शिक्षकों व आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सैकड़ों की तादात में जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पर बुलाया गया। जिसके कारण जहां एक और कर्फ्यू की अवहेलना पाई गई, वहीं सोशल डिस्टेंसिंग की भी खुलेआम जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के अंदर धज्जियां उड़ाई गई, इसी के साथ उन सभी शिक्षकों को बिना कोई उपस्थिति लिए वापस भेज दिया गया। भाजपा जिलाध्यक्ष ने बताया कि उपखंड अधिकारी द्वारा कोरोना वायरस से संघर्ष के समय में भीलवाड़ा शहर में उपखंड अधिकारी द्वारा अपनी सेवाएं लापरवाही के साथ उदासीनता के साथ मनमानी पूर्ण एवं राजकीय नियमों से विपरीत जाकर पक्षपात पूर्ण तरीके से दी जा रही है, जिससे शहर की जनता में आक्रोश है। जिलाध्यक्ष तेली ने जिला कलेक्टर व मुख्यमंत्री को लिखे पत्र मे भीलवाड़ा उपखण्ड अधिकारी के खिलाफ उक्त मामले की जांच की मांग करते हुए कोरोना से उत्पन्न संकट के समय मे जाति, धर्म व राजनीति से ऊपर उठ कर मानवीय आधार पर काम करने के निर्देशित कराने की मांग की।