भीलवाड़ा कलेक्टर राजेन्द्र भट्ट ने कहा कि शहर में 3 से 13 अप्रेल तक लगाई गई सख्त निषेधाज्ञा का आगाज शुक्रवार को शानदार रहा है। आमजन से मिले अपार समर्थन से कर्फ्यू पूर्णरुप से सफल रहा है तथा अब आशा, विश्वास में तब्दील होते दीख रही है। हम सब मिलकर कोरोना की चेन को तोडने में निश्चय ही सफल रहेंगे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्राी अशोक गहलोत तथा जिला प्रशासन की लोगों से घर में रहने की अपील का खासा असर हुआ है। भीलवाड़ा के लोगों का रुख हमेशा ही सहयोग वाला रहा है। यही कारण है कि भीलवाडा में, प्रारंभ में कोरोना के सबसे ज्यादा मामलें होने के बावजूद सभी के सहयोग से, समय रहते इस पर बहुत हद तक नियंत्राण पा लिया गया है तथा खुशी की बात है कि नये केस सामने नहीं आ रहे है। कुछ केस पोजिटिव से नेगेटिव भी हुए है।
जिला कलक्टर ने कहा कि समस्त शहरवासी 13 अप्रेल तक अपने घरों में ही रहे। यह सबके हित में है। उन्होंने कहा कि महा कर्फ्यू में सबका सहयोग मिल रहा है। भीलवाड़ा के धर्मगुरुओं, समाजसेवियों सहित युवावर्ग ने सोशल मीडिया के माध्यम से सकारात्मक माहोल बनाने में मदद की है तथा उम्मीद है कि 13 अप्रेल तक इसी भावना को बनाए रखेंगे। सभी प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी भी पूरी मुस्तेदी से लगे हुए है।
3 हजार जवान, आरएसी, एसडीआरएफ, होमगार्ड्सः
जिला कलक्टर ने कहा कि महाकर्फ्यू को सफल बनाने में जिला पुलिस अधीक्षक हरेन्द्र महावर ने माकूल व्यवस्थाएं कर रखी है। तीन हजार पुलिस के जवान, आरएसी, एस डी आर एफ तथा होमगार्ड्स व्यवस्था में लगे है।
50 बाइक पर सवार पुलिस के जवान, पुलिस तथा प्रशासन की गाड़ियां निरन्तर फ्लेग मार्च कर रही है। महा कफर््यू की शुरुआज 2 अप्रेल रात 12 बजे से हो गई थी। शुक्रवार को अलसुबह कुछ लोग घरों से बाहर निकले तो पुलिस की तेज सायरन बजाती गाड़ियों ने उन्हें घर के अन्दर रहने को प्रेरित कर दिया।
पहॅुचाया दूध और आवष्यक सामग्रीः
जिला प्रशासन द्वारा बंद के दौरान लोगों को घर पर ही दूध की सप्लाई की गई। साथ ही निर्धन, कच्ची बस्तियों तथा आवश्यकता वाले लोगों को निःशुल्क भोजन के पैकेट भी उपलब्ध कराए गए है। किसी भी नागरिक को आवश्यकता होने पर या आपात स्थिति में नियंत्राण कक्ष पर सूचना प्रदान कर मदद ली जा सकती है।