पाली,शहर के अणुव्रत मैदान में भव्य श्री गो कृपा कथा महोत्सव एवं अध्यात्म चेतना पदयात्रा के सुअवसर पर गाय की महिमा का वर्णन करते हुए संत गोपालाचार्य सरस्वती ने बताया गौ माता के गोबर में लक्ष्मी जी का निवास है । सभी देवी देवता गौ माता के शरीर में निवास करते हैं ।
गौ माता सभी सुखों की दाता है जो व्यक्ति सच्चे हृदय से गौ माता की शरण में चला जाये तो उसके जीवन में कोई दुख नहीं होता है । गौ माता के सानिध्य में जो लोग ज्यादा रहते हैं वहां ब्लड प्रेशर, मधुमेह जैसी बीमारी नहीं होती हैं । अंध विश्वास आत्महत्या से भी अधिक खतरनाक होता है । गौ माता का रोम रोम 33 करोड़ देवी देवताओं का आश्रय स्थल है ।
गौ माता के अंग अंग में गौ माता के रोम रोम में बैठे कोटि कोटि देवता जैसे भजनों पर गौ भक्तजनों ने नृत्य किया ।
मीडिया प्रभारी पवन पाण्डेय ने बताया कि 31 कुण्डीय महायज्ञ का पूजन प्रधान आचार्य सत्यनारायण शास्त्री व विद्वान ब्राह्मणों ने विधिवत गौ माता का पूजन कर शुभारंभ किया । यज्ञ मण्डप में सभी देवी देवताओं का वेद मंत्रो के साथ मंडप का भी पूजन किया गया ।
मुख्य यजमान
कमल किशोर गोयल, अलका गोयल, शंकर सिंह धुरासनी, मेघराज भूतडा, पुखराज राठी , तृप्ति चतुर्वेदी थे । इस अवसर पर
ओमप्रकाश राठौड़, राजेन्द्र सिंह, अम्बालाल बंजारा,गिरधारी सिंह पुनायता,जगपाल सिंह चारण सहित
गौपुत्र सेना कार्यकर्ता व्यवस्था संभाल रहे हैं ।