जिला कलक्टर के सख्त निर्देश: प्रदूषण नियंत्रण मंडल के निर्देशों का पालन करें, अन्यथा होगी कार्रवाई”..पर्यावरण प्रदूषण को कम करने के लिए टेक्सटाइल प्रोसेस हाउस इकाइयां ले जिम्मेदारी..

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“जिला कलक्टर के सख्त निर्देश: प्रदूषण नियंत्रण मंडल के निर्देशों का पालन करें, अन्यथा होगी कार्रवाई”..पर्यावरण प्रदूषण को कम करने के लिए टेक्सटाइल प्रोसेस हाउस इकाइयां ले जिम्मेदारी

गौरव रक्षक/राजेंद्र शर्मा

भीलवाड़ा, 4 जनवरी।

जिला कलक्टर नमित मेहता की अध्यक्षता में शनिवार को टेक्सटाइल प्रोसेस हाउस इकाइयों के साथ महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। जिला कलक्टर ने बैठक में कहा कि टेक्सटाइल प्रोसेस हाउस इकाइयों को पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करना चाहिए और प्रदूषण को कम करने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए। जिला कलक्टर ने कहा कि राज्य सरकार टेक्सटाइल प्रोसेस हाउस इकाइयों के द्वारा उत्पन्न किए जा रहे उछिष्ठ के निपटान को लेकर गंभीर हैं। उन्होंने कहा कि इन इकाइयों से निकलने वाले कचरे का सही तरीके से निपटान हो, जिससे पर्यावरण प्रदूषण की समस्या को कम किया जा सके।उन्होंने कहा कि इस समस्या के समाधान के लिए आवश्यक है कि टेक्सटाइल प्रोसेस हाउस इकाइयों में कचरा निपटान के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन किया जाए।बैठक में जिला कलक्टर ने टेक्सटाइल प्रोसेस हाउस इकाइयों के प्रतिनिधियों को सख्त निर्देश दिए कि वे प्रदूषण को कम करने और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि यदि कोई इकाई प्रदूषण नियंत्रण मंडल के निर्देशों का पालन नहीं करती है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लिए कदम उठाने को किया प्रेरित

जिला कलक्टर ने बैठक में क्षेत्रीय अधिकारी दीपक धनेटवाल को निर्देश दिए कि प्रदूषण को लेकर सख्ती बरतनी पड़ेगी। उन्होंने टेक्सटाइल प्रोसेस हाउस इकाइयों का नियमित रूप से निरीक्षण के लिए धनेटवाल को निर्देशित किया। इसके अलावा उन्होंने प्रोसेस हाउस इकाइयों के प्रतिनिधियों प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देशों की पालना के निर्देश दिए, जिसमें प्रदूषण को कम करने और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर द्वारा इकाइयों को सस्टेनेबल डेवलपमेंट हेतु कदम उठाने हेतु प्रेरित किया गया।

बैठक में टेक्सटाइल प्रोसेस हाउस इकाइयों में स्थापित उछिष्ठ उपचार व्यवस्था, प्रदूषित पानी के निस्त्राव की रोकथाम, और वर्षा ऋतु के दौरान प्रदूषित पानी के निस्त्राव की शिकायतों पर चर्चा की गई। इसके अलावा, बैठक में टेक्सटाइल प्रोसेस हाउस इकाइयों को संचालन में आ रही समस्याओं के समाधान और टेक्सटाइल प्रोसेस हाउस इकाइयों से प्राप्त सुझाव पर भी चर्चा की गई। बैठक में टेक्सटाइल प्रोसेस हाउस इकाइयों के प्रतिनिधियों ने अपने सुझाव और फीडबैक साझा किए। जिला कलक्टर ने कहा कि इन सुझावों और फीडबैक को ध्यान से सुना और उनका समाधान भी साझा किया।बैठक में उपस्थित उद्योग प्रतिनिधि के रूप में रामेश्वर प्रसाद काबरा द्वारा औद्योगिक विकास एवं वस्त्र प्रसंस्करण में भीलवाड़ा की पहचान होने तथा इकाई स्तर पर आ रही समस्याओं तथा पर्यावरण के क्षेत्र में प्रदूषित पानी के उपचार संयंत्रों के उन्नयन क्षमता विस्तार हेतु सब्सिडी तथा वर्षा ऋतु में अतिरिक्त सावधानी बरतने पर हर संभव प्रयास करने की बात कही। बैठक में अति जिला कलक्टर ओम प्रकाश मेहरा, क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण मंडल दीपक धनेटवाल एवं आरपीसीबी के अधिकारी तथा सभी टेक्सटाइल इकाइयों के वरिष्ठ प्रबंधन प्रतिनिधि एवं निदेशक उपस्थित रहें।

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