कॉलेज/यूनिवर्सिटी में ड्रग सप्लाई नेटवर्क पर एनसीबी की बड़ी कार्रवाई , फ्री कैंपस अभियान: ड्रग तस्करी के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई
गौरव रक्षक/ राजेन्द्र शर्मा
जयपुर, 3 दिसंबर।
नार्को-फ्री कैंपस पहल और नशे के खिलाफ चल रही निर्णायक लड़ाई के तहत, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी), जयपुर ज़ोनल यूनिट ने ज़ोनल निदेशक श्री घनश्याम सोनी, आईआरएस के नेतृत्व में दिनांक 30 नवंबर 2024 को एक सटीक और योजनाबद्ध कार्रवाई को अंजाम दिया। इस कार्रवाई में 123.8 ग्राम मेफेड्रोन (एमडी)—एक प्रतिबंधित मनोदैहिक पदार्थ—की जब्ती और एक महिला तस्कर की गिरफ्तारी हुई।
यह कार्रवाई मणिपाल यूनिवर्सिटी, दहमी कलां के आसपास के क्षेत्र में की गई, जो हाल के समय में अवैध नशीले पदार्थों की गतिविधियों का केंद्र बन गया था। गिरफ्तार महिला कविता गुर्जर को छोटे-छोटे पाउच में पैक किए गए मेफेड्रोन (एमडी) के साथ पकड़ा गया, जिसे यूनिवर्सिटी कैंपस के आसपास वितरित करने की योजना थी। जब्त नशीले पदार्थ की अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत लगभग ₹6,00,000 है।
गिरफ्तार महिला तस्कर का विवरण
नाम: कविता गुर्जर
पिता का नाम: स्व. शिवराम गुर्जर
पता: गुर्जरों का मोहल्ला, दहमी कलां, जयपुर – 303007
ऑपरेशन की प्रमुख बातें
एनसीबी ने खुफिया जानकारी के आधार पर यह कार्रवाई की, जिसमें मणिपाल यूनिवर्सिटी और उसके आसपास मेफेड्रोन (एमडी) की तस्करी और बिक्री की सूचना मिली थी। संदिग्ध महिला की गतिविधियों पर कई दिनों तक पैनी निगरानी रखी गई। इस खुफिया जानकारी के आधार पर, 30 नवंबर और 1 दिसंबर 2024 की मध्यरात्रि को एक योजनाबद्ध और सटीक ऑपरेशन को अंजाम दिया गया।
छापेमारी के दौरान, संदिग्ध महिला को पकड़ा गया और उसके पास से प्रतिबंधित पदार्थ की जब्ती की गई। *इस ऑपरेशन में बगरू पुलिस थाने के स्थानीय पुलिसकर्मियों ने भी सहयोग किया और छापेमारी के दौरान सुरक्षा और लॉजिस्टिक प्रदान किया।*
एनसीबी जयपुर ज़ोनल यूनिट ने अपराध संख्या 09/2024 दिनांक 30 नवंबर 2024 के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपी महिला के खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट, 1985 की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की गहन जांच जारी है, जिसमें ड्रग सप्लाई चेन का पता लगाना और इस नेटवर्क में शामिल अन्य व्यक्तियों की पहचान करना शामिल हैं I
नार्को-फ्री कैंपस अभियान को और मजबूती
यह ऑपरेशन एनसीबी की नार्को-फ्री कैंपस पहल के तहत चल रहे प्रयासों को मजबूत करता है। ड्रग तस्करों द्वारा शैक्षणिक संस्थानों को निशाना बनाना समाज के युवाओं और देश के भविष्य के लिए एक गंभीर खतरा है। श्री घनश्याम सोनी, आईआरएस के नेतृत्व में एनसीबी ऐसे खतरों का मुकाबला करने और शैक्षणिक संस्थानों की पवित्रता को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
जनता से अपील
एनसीबी आम जनता, विशेष रूप से युवाओं और शैक्षणिक संस्थानों से, नशीले पदार्थों की तस्करी या दुरुपयोग से संबंधित किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करने का आग्रह करती है। सामुदायिक सहयोग से ही हम एक नशा-मुक्त समाज बना सकते हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित कर सकते हैं।