भीलवाड़ा में फिर सांप्रदायिक तनाव : अब नहीं रहा भीलवाड़ा में सौहार्द,
पार्षद पति को चाकू मारा, मंगला चौक में विरोध प्रदर्शन एक हिरासत में..
गौरव रक्षक/ राजेन्द्र शर्मा
भीलवाड़ा 25 अक्टूबर l
शहर के कई बुजुर्ग लोग बताते हैं कि एक समय था जब भीलवाड़ा में चेनों अमन हुआ करता था लोगों में आपसी प्रेम था लेकिन सांप्रदायिक घटनाओं को बार-बार देखते हुए लगता है कि अब लोगों में प्रेम सौहार्द नहीं बचा l खबर के अनुसार
भीलवाड़ा शहर के भीमगंज थाना क्षेत्र में गुरुवार रात 30-40 लोगों ने कहासुनी पर पार्षद पति देवेंद्र हाड़ा पर जानलेवा हमला कर दिया। उसकी चाय की केबिन में घुसकर चाकू से वार किया और तोड़फोड़ की। चाकूबाजी में पार्षद पति सहित 3 जने घायल हो गए आक्रोशित लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर देर रात तक मंगला चौक में विरोध-प्रदर्शन किया।
पार्षद पति देवेंद्र हाड़ा को चाकू मारा, 3 कारें फूंकी, पथराव किया
रात 3 बजे तक तनाव . दुकान के बाहर पटाखे फोड़ने से उपजा विवाद, मंगला चौक में विरोध प्रदर्शन के बाद एक हिरासत में l
जानकारी के मुताबिक गुरुवार रात 30-40 लोगों ने कहासुनी पर पार्षद पति देवेंद्र हाड़ा पर जानलेवा हमला कर दिया। उसकी चाय की केबिन में घुसकर चाकू से वार किया और तोड़फोड़ की। चाकूबाजी में पार्षद पति सहित 3 जने घायल हो गए। आक्रोशित लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर देर रात तक मंगला चौक में विरोध-प्रदर्शन किया।
घटना के बाद कुछ लोगों ने गाड़ियों में तोड़फोड़ की । मंगला चौक और माणिक्यनगर चौक में तीन कारों में आग लगा दी। एक कार को जलने से पुलिस ने बचा लिया। रात करीब 10:30 बजे वार्ड नंबर 38 की पार्षद मंजूदेवी के पति देवेंद्रसिंह हाड़ा गार्गी हॉस्पिटल के पीछे चाय की केबिन में थे। इस दौरान 30-40 लोगों ने देवेंद्र सिंह हाड़ा की केबिन पर हमला कर दिया। वहां मौजूद एंबुलेंस चालक अमित शर्मा, स्टूडेंट आदि शर्मा के साथ भी मारपीट की। घायलों को जिला चिकित्सालय ले गए। एएसपी पारस जैन, डीएसपी सिटी मनीष बड़गूजर, डीएसपी सदर श्यामसुंदर विश्नोई मौके पर पहुंचे।
पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लिया। एडीएम सिटी प्रतिभा देवठिया, एसडीएम, प्रतापनगर सीआई गजेंद्र सिंह नरूका, सुभाषनगर सीआई शिवराज गुर्जर, भीमगंज थाना अधिकारी दिनेशकुमार जीवनानी, शहर कोतवाल राजपाल सिंह, मंगरोप थानाधिकारी डॉ. विवेक हरसाना भी मौके पर पहुंचे। शहर के धर्मस्थलों और संवेदनशील स्थानों पर जाब्ता तैनात किया। अब सवाल यह है कि हिंदू त्योहारों पर ही बार-बार ऐसी घटनाएं क्यों घटित हो रही है? इसके ऊपर प्रशासन और शहर के मोतवीर लोगों को, दोनों समुदायों के लोगों को बैठकर विचार करना चाहिए, ताकि ऐसी घटनाओं की पुर्नवृत्ति ना हो सके और लोगों में सौहार्द पैदा हो सके l