भ्रष्टाचारियों को एसीबी ने पकड़ा तो कैमरे के सामने खिलखिला के हंस पड़े , एसीबी की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया …. पढ़े
गौरव रक्षक/ राजेन्द्र शर्मा
भीलवाड़ा 7 अक्टूबर l
भीलवाड़ा में आज एसीबी ने आरटीओ की फ्लाइंग टीम पर दबिश दी है। एसीबी की टीम ने ट्रकों से अवैध राशि वसूली की शिकायत पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। एसीबी टीम की ओर से पुर बाइपास पुलिया पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया l जब एसीबी की टीम ने भ्रष्टाचार्यों को पकड़ा और कैमरे से रूबरू कराया गया, तो यह भ्रष्टाचारी खिलखिला के हंस रहे थे और मंद मंद मुस्कुरा रहे थे। ऐसे लग रहा था जैसे की इनकी सगाई होने वाली हो ।
एसीबी की टीम ने जयपुर- चित्तौड़गढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर हजारी खेड़ा के निकट परिवहन विभाग उड़नदस्ते पर झपटा मारा। एसीबी की टीम ने इंस्पेक्टर शंभुलाल और दो गार्ड को हिरासत में लेकर तलाशी ली। इनके पास से चालान के अतिरिक्त 14 हज़ार रुपये अतिरिक्त मिले, जिनका भ्रष्टाचार के आरोपी संतोष प्रद जवाब नहीं दे पाये।
शिकायत टोल फ्री नंबर 1064 नंबर पर मिली थी
भीलवाड़ा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ब्रजराज सिंह चारण ने कहा कि राजस्थान लेवल पर भ्रष्टाचार की शिकायत टोल फ्री नंबर 1064 नंबर पर मिलती है। सोमवार को एक ट्रक ड्राइवर परिवादी ने एसीबी मुख्यालय पर टोल फ्री नंबर 1064 पर फोन कर बताया कि हमारे ट्रक के ओवरलोड के नाम पर परिवहन विभाग का दस्ता 10 हजार रूपये की मांग कर रहा है। हमने परिवादी से संपर्क किया जिसके बाद उसने पूरे मामले की जानकारी विस्तार से दी।
परिवहन दस्ते के पास कुछ रुपए अतिरिक्त मिले थे
इसी दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग पर परिवहन विभाग का दस्ता फिर आ गया। इसके बाद एसीबी टीम ने वाहन और परिवहन दस्ते की आकस्मिक चेकिंग की। परिवहन दस्ते के पास निर्धारित चालान का केश के अलावा कुछ राशि ज्यादा मिली है। इसकी जांच कर अग्रिम कारवाई की जा रही है। अधिकारी ने ब्रजराज सिंह चारण ने बताया कि 19 हजार रूपये चालान राशि के अतिरिक्त 14 हजार रुपए परिवहन दस्ते के पास ज्यादा मिले हैं।बता दें कि इसी राजमार्ग पर इसी स्थान पर एसीबी जयपुर की टीम परिवहन विभाग के दस्ते पर इसी प्रकार की कार्यवाही कुछ दिनों पूर्व कर चुका है। लिहाजा RTO में भ्रष्टाचार के पन्ने फिर खुल गए हैं।
ट्रक ड्राइवर का दर्द यह है कि ट्रक के मालिक इन ट्रैकों की किश्ते चुकाए, या अपना घर परिवार चलाएं, या इन भ्रष्टाचारियों के पेट भरें। इसी परेशानी और गुस्से को लेकर आखिरकार ट्रक ड्राइवर ने एसीबी में शिकायत कर दी थी l