उप जिला चिकित्सालय भीम को जिला चिकित्सालय में क्रमोन्नत किया जाना वर्तमान में विचाराधीन नहीं – चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री
गौरव रक्षक/राजेंद्र शर्मा
जयपुर, 18 जुलाई।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह ने गुरुवार को राज्य विधानसभा में कहा कि राजसमन्द जिले के भीम स्थित उप जिला चिकित्सालय में स्वीकृत शैय्याओं की उपयोगिता दर कम होने से इसे जिला चिकित्सालय में क्रमोन्नत नहीं किया जा सकता। उन्होंने आश्वस्त किया कि अगले बजट में इस पर प्राथमिकता से विचार किया जाएगा।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने जानकारी दी कि राजसमन्द जिले में पहले से ही 2 जिला अस्पताल, 2 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, 12 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा 59 उपस्वास्थ्य केन्द्र हैं।
उन्होंने जानकारी दी कि 2022 में भीम स्थित उप जिला चिकित्सालय में स्वीकृत शैय्याओं की उपयोगिता 76 प्रतिशत थी, जो 2023 में कम होकर लगभग 69 प्रतिशत रह गई। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा 06 दिसम्बर 2019 को किसी भी जिले पर संबंधित चिकित्सालय की शैय्याओं की उपयोगिता दर (बीओआर) 95 प्रतिशत या उससे अधिक होने के नॉर्म्स घोषित किये गये हैं। इसलिए उप जिला चिकित्सालय भीम को जिला चिकित्सालय में क्रमोन्नत किया जाना वर्तमान में विचाराधीन नहीं है।
इससे पहले विधायक श्री हरिसिंह रावत के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र भीम के कस्बा भीम जिला राजसमंद में वर्तमान में 100 शैय्याओं युक्त उप जिला चिकित्सालय स्वीकृत है। स्वीकृत शैय्याओं का वर्ष 2023 में शैय्याओं की उपयोगिता दर (बीओआर) 69.47 प्रतिशत ही रही है।