अंतिम संस्कार में टूटा पिता का सब्र बेटी की चिता में कूदने की कोशिश
गौरव रक्षक/राजेंद्र शर्मा
भीलवाड़ा, 07 अगस्त
भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी में बच्ची से गैंगरेप के बाद उसे कोयला भट्टी में झोंकने की झकझोर देने वाली घटना पर परेशानी रुकने का नाम नहीं ले रही । दिल झकझोर देने वाले कांड को लेकर परिजन और ग्रामीण करीब 6 दिनों से धरने पर थे । आखिरकार सरकार और प्रशासन ने किसी तरह से उनको समझाया। यही नहीं घटना के 6 दिन बाद जब परिजनों को बच्ची के अधजले अंग अंतिम संस्कार करने को मिले तो पूरा माहौल गमगीन हो गया। जिस समय बच्ची के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया चल रही थी तो पिता के हौसला और सब्र का बांध टूट गया। वो भी अपनी बेटी की जलती हुई चिता में कूदने कोशिश करने लगे लोगो ने उनको पकड़ा और हिम्मत रखने का हौसला दिया । उसी समय उनकी तबीयत बिगड़ गई और वो बेहोश हो । घटना के मुताबिक़ बच्ची के अधजले शव के अवशेषों को फिर से जलता देखकर पिता का धैर्य जवाब दे गया। पिता धधकती चिता के अंदर कूदने की कोशिश की। तब पास ही खड़े पीड़िता के रिश्तेदार से उनकी टक्कर हो गई। इस टक्कर से दोनों गिर गए, जहां पिता को चोट लगी और दादी ससुर भी घायल हो गए। वहां पर खड़ी एंबुलेंस की मदद से पिता को कोटड़ी चिकित्सालय में लाया गया। वहां उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया। राजकीय महात्मा गांधी अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर अरुण गौड़ ने बताया कि बच्ची के पिता की हालात खतरे से बाहर है।