सरकार प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए किसानों को दे रही अनुदान : डीसी मिट्टी बीमार सब बीमार, मिट्टी स्वस्थ सब स्वस्थ : डीसी डॉ जयकृष्ण आभीर
गौरव रक्षक/ हेमंत शर्मा
नारनौल 5 दिसंबर। उप कृषि निदेशक कार्यालय के सभागार में आज विश्व मृदा दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपायुक्त डॉ जय कृष्ण आभीर ने मुख्यातिथि के तौर पर शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता विषय विशेषज्ञ (सूचना एवं प्रशिक्षण) डा. हरपाल ने की। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर कृषि विज्ञान केन्द्र महेन्द्रगढ़ से वरिष्ठ संयोजक डा. रमेश कुमार मौजूद थे। डीसी डॉ जयकृष्ण आभीर ने किसानों को मृदा स्वास्थ्य के बारे में जागरूक करते हुए कहा कि भारत सरकार प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए किसानों को अनुदान दे रही है।
उन्होंने बताया कि अत्याधिक रासायनिक खादों के उपयोग से मिट्टी की उपजाऊ क्षमता कमजोर हो गई है। प्राकृतिक खेती से दोबारा से मिट्टी को स्वस्थ किया जा सके। उन्होंने बताया कि आजकल की बीमारियां शुगर, बीपी, पेट और दिल से संबंधित बीमारियां, हमारे पशुधन में विभिन्न शिकायतें, सभी की एक ही जड़ है, खेती में हानिकारक कीटनाशक तथा रसायनिक खादों का अंधाधुन्ध प्रयोग। मिट्टी बीमार सब बिमार, मिट्टी स्वस्थ सब स्वस्थ। इस मौके पर उपायुक्त डॉ जयकृष्ण आभीर ने किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किए। कृषि विज्ञान केन्द्र महेन्द्रगढ़ से वरिष्ठ संयोजक डा. रमेश कुमार ने मिट्टी में पोषक तत्वों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पौधे को लगभग 17 पौषक तत्वों की आवश्यकता होती है। 14 पौषक तत्व भूमि से ही मिलते है। उन्होंने बताया कि कार्बन अंश मिट्टी की उपजाऊ क्षमता को दर्शाता है तथा अच्छी मृदा का जैविक अंश 0.8 होता है परन्तु जिला महेन्द्रगढ़ में यह घटकर 0.2 से 0.3 के बिच में रह गया है। यह इसलिए हुआ है क्योकि हमारा किसान रसायनिक खादों पर ज्यादा निर्भर हो गया है और जैविक खाद ना के बराबर प्रयोग कर रहा है। उन्होंने आह्वान किया कि जैविक अंश को बढ़ाने के लिए किसान कम्पोस्ट खाद, केचुआ खाद, गोबर गैस की खाद, मुर्गी खाद, हरी खाद तथा फसल चक्र का उपायेग जरूर करे। कृषि विज्ञान केन्द्र महेन्द्रगढ़ से मृदा वैज्ञानिक डा. राजपाल यादव ने मृदा स्वास्थ कार्ड के बारे में जागरूक किया। उन्होंने बताया कि किसान पौषक तत्वों की पूर्ति के लिए मृदा स्वास्थ कार्ड की सिफारिश अनुसार ही खादों का इस्तमाल करें। मृदा परिक्षण अधिकारी डा. भयराम यादव ने हरियाणा सरकार की योजना ‘‘हर खेत स्वस्थ खेत‘‘ के बारें में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि जिले की दोनों प्रयोगशालाओं में अभी तक 1 लाख 37 हजार मृदा नमूने जांच के लिए प्राप्त हो चुके हैं। इनमें से 27 हजार मृदा नमूने की जांच किए जा चुके हैं। उपमंडल कृषि अधिकारी डा. मनमीत यादव ने सभागार में आए सभी किसानों को विभाग की चल रही योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में मंच संचालन कृषि विकास अधिकारी डा. सुमित यादव ने किया। इस मौके पर सामुदायिक रेडियो केंद्र रेडियो अरावली 90.4 एफएम की तरफ से मनीष यादव ने बताया की रेडियो पर किसानों के लिए खास कार्यक्रम ‘‘कृषि चर्चा‘‘ जो सुबह 09ः00 बजे तथा सायं 05ः00 बजे प्रसारित होता है के बारें में बताया। इस अवसर पर उपमंडल कृषि अधिकारी डा. अजय कुमार यादव, डा. योगेश, डा. संजय यादव, एसए पंकज मौजुद थे।