राजस्थान में क्रिमिनल राजू ठेहट की दिन-दहाड़े हत्या :सीकर में गोलियों से भूना; बेटी से मिलने आए व्यक्ति की भी हत्या
गौरव रक्षक/न्यूज नेटवर्क
सीकर 3 दिसंबर ।
कभी यूपी और बिहार ने देखने और सुनने को मिलता था की ऐसी गैंगवार घटनाएं होती हैं आज राजस्थान ऐसी गैंगवार दुर्घटनाओं का सामना कर रहा और कानून लाचार होकर देख रहा है ।
राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर राजू ठेहट का सीकर में आज सुबह गैंगवार में मर्डर हो गया । कोचिंग की ड्रेस में पहुंचे बदमाशों ने घर के बाहर खड़े ठेहट पर फायरिंग कर दी । ठेहट को 3 से ज्यादा गोली लगी थी।
फायरिंग करने से पहले बदमाशों ने ठेहट के घर के ठीक आगे ट्रैक्टर खड़ा किया। इसके बाद फायरिंग शुरू कर दी ।
राजस्थान के पुलिस महानिदेशक (DGP) उमेश मिश्रा ने बताया कि इस फायरिंग का एक बदमाश ने वीडियो भी बनाया ।
इधर, लॉरेंस विश्नोई गैंग के गैंगस्टर रोहित गोदारा ने इसकी जिम्मेदारी ली है।
हत्याकांड में 5 शार्प शूटर शामिल थे ।
चार की पहचान कर ली गई है।
मिश्रा ने बताया कि बदमाश पंजाब और हरियाणा बॉर्डर की तरफ जाएंगे। इन बदमाशों के पीछे राजस्थान पुलिस है, पूरे प्रदेश भर में ए श्रेणी की नाकाबंदी कराई गई है। सभी SHO को फील्ड में रहने के आदेश दिए गए हैं। पुलिस ने बताया कि शहर के पिपराली रोड पर ठेहट का घर है। यहां हुई फायरिंग में नागौर के एक व्यक्ति की भी गोली लगने से मौत हुई है। जानकारी के अनुसार मृतक फायरिंग का वीडियो बना रहा था। इसलिए आरोपियों ने उस पर भी फायरिंग कर दी।
इस एरिया में लगे CCTV फुटेज की जांच में चार बदमाश नजर आए हैं। इसमें वे हथियारों के साथ भागते नजर आ रहे हैं।
फायरिंग की जानकारी मिलते ही सीकर SP कुंवर राष्ट्रदीप सहित बड़े पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए और DGP के निर्देश पर पूरे राज्य में नाकाबंदी की गई है। ठेहट की गैंग शेखावाटी में काफी सक्रिय थी और आनंदपाल गैंग से भी उसकी दुश्मनी थी।
आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद भी दोनों गैंग में वर्चस्व की लड़ाई जारी थी।
नागौर के दोतीणा के रहने वाले ताराचंद कड़वासरा एक कोचिंग इंस्टीट्यूट में पढ़ने वाली बच्ची से मिलने आए थे।
ठेहट को मारकर भाग रहे आरोपियों ने उन्हें भी गोली मार दी।
गोली मारने के बाद चेक किया कहीं जिंदा तो नहीं
इस पूरे हत्याकांड के कई CCTV फुटेज भी सामने आए हैं। एक फुटेज में दिख रहा है ठेहट के घर के सामने एक ट्रैक्टर आकर रुकता है और चार-पांच बदमाश उसमें से हथियार निकालकर बाहर खड़े ठेहट पर फायरिंग करना शुरू कर देते हैं। बदमाश 30-40 सेकेंड तक गैंगस्टर राजू पर फायरिंग करते दिख रहे हैं। बदमाशों ने करीब 50-60 राउंड फायरिंग की है। गोली मारने के बाद बदमाश कुछ सेकेंड बाद वापस और जमीन पर पड़े राजू को चेक किया कि कहीं वह जिंदा तो नहीं है।
बदमाश राजू ठेहट को गोली मारकर आगे बढ़ गए थे, जैसे ही उन्हें कुछ हलचल दिखी, वे दोबारा राजू ठेहट के पास पहुंचे और फिर उसे गोलियां मारी। दरअसल, बदमाश यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि राजू ठेहट जिंदा न बचे। राजू को गोली मारने के बाद बदमाश भागे, इस दौरान वहां कोचिंग पढ़ने वाले कई बच्चे निकल रहे थे। बदमाशों को देखकर बच्चे घबरा गए और इधर-उधर छुपने लगे। चारों बदमाशों ने हत्या के बाद इलाके में दहशत फैलाने के लिए हवा में भी फायरिंग की। यह सबकुछ सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गया।
घर के बाहर राजू के शव को देखते हुए कोहराम मच गया। घरवाले उसे अस्पताल ले जाते, उससे पहले ही राजू की मौत हो चुकी थी।
भागने के दौरान दो बार बदली गाड़ी
सूत्रों के मुताबिक बदमाशों का मूवमेंट नीमकाथाना की तरफ हुआ था। हत्या के बाद वे गाड़ी से नीमकाथाना से होते हुए खेतड़ी गए और वहां गाड़ी बदल ली।
सीकर से वे अल्टो लेकर भागे थे, खेतड़ी में उन्होंने अल्टो छोड़कर क्रेटा गाड़ी ले ली थी। इस दौरान भी उन्होंने फायरिंग की है। बदमाश उदयपुरवाटी से खेतड़ी थाना क्षेत्र के बबाई की ओर निकले। यहां पुलिस की नाकाबंदी होने की वजह से बदमाश गाड़ी वापस घुमाकर भागे।
इस दौरान सामने से तीन चार अन्य गाड़ियों को आता देख फायरिंग कर नीमकाथाना की ओर भाग गए। जानकारी के अनुसार बबई के पास खनन क्षेत्र है। जो हरियाणा और राजस्थान की सीमा से सटा है। बदमाश हरियाणा भागने की फिराक में थे। क्रेटा गाड़ी का नंबर RJ 45 CH 1786 बताया जा रहा है। पुलिस ने राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर सीज कर दिया है। टोल नाकों पर पुलिसकर्मियों की कुल 20 टीम तैनात की गई है।
लॉरेंस गैंग ने लिया हत्या का बदला
राजू ठेहट के मर्डर की जिम्मेदारी लॉरेंस ग्रुप के रोहित गोदारा ने ली है। गोदारा बीकानेर के लूणकरणसर का है। गोदारा ने एक पोस्ट भी किया है, जिसमें लिखा है कि ये हमारे बड़े भाई आनंदपाल और बलबीर की हत्या में शामिल था, जिसका बदला आज हमने इसे मारकर लिया है । सुभाष बानूड़ा पर शक आनंदपाल और राजू ठेहठ के बीच लंबे समय से रंजिश चल रही थी। हत्या के पीछे आनंदपाल गैंग के बलबीर बानूड़ा के बेटे सुभाष बानूड़ा का हाथ बताया जा रहा है। बलवीर बानूड़ा की राजू ठेहट ने हत्या करवाई थी। बताया जा रहा है कि गैंगस्टर सुभाष दो साल से ठेहट को मारने की फिराक में था। हालांकि, पुलिस ने अब तक इस बारे में कुछ नहीं कहा है। सुभाष बानूड़ा और रोहित गोदारा साथी हैं।
सीकर बंद करवा रहे जाट समाज के लाेग
राजू ठेहट की मौत के बाद लोगों में काफी आक्रोश है। जाट समाज की ओर से सीकर की दुकानों को बंद कराया जा रहा है, बड़ी संख्या में लोग पैदल चलते हुए पूरे मार्केट को बंद करवा रहे हैं। इधर, राजू ठेहट के परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी होने तक धरना देने की चेतावनी दी है। लाडनूं विधायक मुकेश भाकर, आरयू अध्यक्ष निर्मल चौधरी भी सीकर पहुंच गए।
राजू ठेहट की हत्या पर कांग्रेस नेता और लाड़नूं विधायक मुकेश भाकर ने पुलिस को आड़े हाथों लिया है। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री राजस्थान को यूपी, बिहार बनने से बचाएं।
फायरिंग करने से पहले बदमाशों ने ठेहट के घर के ठीक आगे ट्रैक्टर खड़ा किया। इसके बाद फायरिंग शुरू कर दी।
इधर, जिला अस्पताल की मॉर्च्युरी बाहर धरना दे रहे लोगों ने हंगामा कर दिया। कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर धरने पर पहुंचे। कहा- पुलिस क्या कर रही है? अपराधियों को नहीं पकड़ने तक धरना जारी रहेगा।
राजस्थान के पुलिस महानिदेशक (DGP) उमेश मिश्रा ने बताया कि इस फायरिंग का एक बदमाश ने वीडियो भी बनाया। इधर, लॉरेंस विश्नोई गैंग के गैंगस्टर रोहित गोदारा ने इसकी जिम्मेदारी ली है। हत्याकांड में 5 शार्प शूटर शामिल थे। चार की पहचान कर ली गई है।
मिश्रा ने बताया कि बदमाश पंजाब और हरियाणा बॉर्डर की तरफ जाएंगे। इन बदमाशों के पीछे राजस्थान पुलिस है, पूरे प्रदेश भर में ए श्रेणी की नाकाबंदी कराई गई है। सभी SHO को फील्ड में रहने के आदेश दिए गए हैं। पुलिस ने बताया कि शहर के पिपराली रोड पर ठेहट का घर है। यहां हुई फायरिंग में नागौर के एक व्यक्ति की भी गोली लगने से मौत हुई है। जानकारी के अनुसार मृतक फायरिंग का वीडियो बना रहा था। इसलिए आरोपियों ने उस पर भी फायरिंग कर दी।
इस एरिया में लगे CCTV फुटेज की जांच में चार बदमाश नजर आए हैं। इसमें वे हथियारों के साथ भागते नजर आ रहे हैं।
फायरिंग की जानकारी मिलते ही सीकर SP कुंवर राष्ट्रदीप सहित बड़े पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए और DGP के निर्देश पर पूरे राज्य में नाकाबंदी की गई है। ठेहट की गैंग शेखावाटी में काफी सक्रिय थी और आनंदपाल गैंग से भी उसकी दुश्मनी थी। आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद भी दोनों गैंग में वर्चस्व की लड़ाई जारी थी। नागौर के दोतीणा के रहने वाले ताराचंद कड़वासरा एक कोचिंग इंस्टीट्यूट में पढ़ने वाली बच्ची से मिलने आए थे। ठेहट को मारकर भाग रहे आरोपियों ने उन्हें भी गोली मार दी।