उद्घाटन का फीता कटने से पहले : भ्रष्टाचार का काला कलर नजर आया कोठारी रिवर की पुलिया पर, जिला कलक्टर ने FIR दर्ज कराने के दिये आदेश
गौरव रक्षक/ राजेंद्र शर्मा
इस पुलिया के निर्माण में आखिर किस किसने किया भ्रष्टाचार इसकी जांच होना चाहिए । जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने निसंदेह तुरंत आदेश कर दिए कि दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी साथ ही मुकदमा दर्ज करने के लिए आदेश दिए ।
नगर विकास न्यास द्वारा 13 करोड़ 9 लाख रुपए की लागत से कोठारी रिवर पर बनाई गई पुलिया उद्घाटन से पहले ही क्षतिग्रस्त हो गई है। भ्रष्टाचार की बू निर्माण में साफ झलक रही है लेकिन न्यास अधिकारियों ने पुलिया को क्षतिग्रस्त किये जाने की बात कहकर मामले को टालने का प्रयास किया वहीं जिला कलक्टर ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करा जांच के निर्देश दिए है।
शुक्रवार को कोठारी रिवर पर बनाई गई पुलिया के बीच दो बड़े आर पार छेद हो जाने की जानकारी मिलने के बाद नगर विकास न्यास में हड़कम्प मच गया। वहीं जिला कलक्टर आशीष मोदी ने इस पर त्वरित एक्शन लेते हुए स्वयं जायजा लेने वहां पहुंचे जहां उन्होंने इस पुलिया के निर्माण में विलम्ब को लेकर भी अधिकारियों को खरी खोटी सुनाई और तत्काल निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिये । इसी के साथ उन्होंने क्षतिग्रस्त पुलिया का जायजा लिया । न्यास अधिकारियों से इस बारे में जानकारी ली तो निर्माण से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि इसे ड्रील कर या जेसीबी मशीन से तोड़ा गया है। इस पर जिला कलक्टर ने आस पास सीसीटीवी कैमरे होने की जानकारी चाही लेकिन आस पास कैमरा नहीं लगा होने की बात सामने आई। पास में ही एक निजी हॉस्पीटल है। जेसीबी मशीन या ड्रील कर पुलिया को तोडऩे की जानकारी कहीं से नहीं मिल पाई है। जहां यह पुलिया क्षतिग्रस्त हुई है। मौके पर लोगों ने यह भी कहा कि पुलिया के निर्माण में घटिया सामग्री काम में ली गई जो सामने झलक रही है।
जिला कलक्टर ने घटिया निर्माण के सवाल पर न्यास के अधिकारियों से पूछताछ भी की। इस पर न्यास के निर्माण से जुड़े अधिकारियों ने कहा कि इसकी दो बार जांच पड़ताल करवाई जा चुकी है, गुणवत्ता में कोई कमी नहीं है। जिला कलक्टर ने एक बार फिर जांच कराने के निर्देश दिये। 13 करोड़ की इस पुलिया का निर्माण अजमेर के ठेकेदार एच एस मेहता ने किया है लेकिन निर्माण कम्पनी का कोई भी कर्मचारी यहां मौजूद नहीं मिला।
पुलिया का निर्माण रोका, खोद दी खाई
पुलिया के क्षतिग्रस्त होने के बाद नगर विकास न्यास के अधिकारियों ने तत्परता दिखाते हुए पुलिया के दोनों ओर आवाजाही खाई खोदकर रोक दी है। सुबह तक इस पुलिया पर भारी वाहन गुजर रहे थे लेकिन अब कोई भी भारी वाहन वहां से नहीं गुजर पायेगा। जिला कलक्टर के दौरे से पहले न्यास ने यह तत्परता दिखाई ।
फीता कटने की थी तैयारी
न्यास द्वारा निर्मित इस पुलिया का उद्घाटन जल्दी ही कराया जाना था और इसकी तैयारी भी की जा रही थी।
समय रहते इस पुलिया का काला सच छेद के रूप में सामने आ गया कि इस में घटिया मैटेरियल का इस्तेमाल किया गया । अगर यह सच समय रहते सामने नहीं आता तो पता नहीं आगे चल कर कितनी बड़ी दुर्घटना हो सकती थी ।