पिंक सिटी जयपुर में एक फार्महाउस पर छापा, 14 युवतियों समेत 84 अरेस्ट । इनमें एक कर्नाटक का पुलिस इंसपेक्टर, एक तहसीलदार, एवं एक कॉलेज प्रोफेसर भी शामिल
गौरव रक्षक/राजेंद्र शर्मा
जयपुर 23 अगस्त ।
जयपुर राजस्थान की राजधानी जयपुर में पुलिस ने एक फार्म हाउस से गोरी चमड़ी के द्वारा पैसा बनाने के आरोप में 14 युवतियों सहित 84 लोगों को गिरफ्तार किया हैं।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अजयपाल लाम्बा ने आज बताया कि जयपुर आयुक्तालय की अपराध शाखा की टीम को सूचना मिली थी कि रिसोर्ट में डांस पार्टी के साथ कसिनो जुआ खेला जा रहा है । पुलिस टीम ने शनिवार देर रात 2 बजे छापा मारा तो वहां लड़के-लड़कियों की भीड़ थी । कोई शराब पी रहा था तो कोई हुक्का । 7 टेबल पर ऑनलाइन कसिनो जुआ चल रहा था । टीम को देख सभी इधर-उधर भागने लगे । टीम ने घेराबंदी कर 14 युवतियों समेत 84 लोगों को गिरफ्तार किया ।
पुलिस ने बताया कि इस मामले में 84 लोगों को गिरफ्तार किया गया जिनके खिलाफ मानव तस्करी अपराध का कृत्य करना पाया गया हैं और इनके विरुद्ध मानव तस्करी को बढ़ावा देने के तहत कार्रवाई की जा रही है। गिरफ्तार लोग ज्यादातर बाहर के हैं जो कर्नाटक, उत्तर प्रदेश प्रदेश एवं दिल्ली के रहने वाले हैं।
इनमें एक कर्नाटक का पुलिस इंसपेक्टर, एक तहसीलदार, एवं एक कॉलेज प्रोफेसर भी शामिल हैं ।
उन्होंने बताया कि यह पार्टी या कार्यक्रम का आयोजन करने वाले मुख्य आरोपी नरेश मल्होत्रा एवं उसका बेटा हैं और जयपुर में फार्म हाउस का संचालन कर रहे मोहित सोनी और एक मेरठ का व्यक्ति इसमें शामिल पाए गए हैं । मौके से 9 हुक्का, 7 कसिनो टेबल, 44 बोतल अंग्रेजी शराब, 66 बीयर की बोतल, 14 लग्जरी कार और 1 ट्रक और 23 लाख 71 हजार 408 रुपए जब्त किए।
लांबा ने बताया कि इनसे पूछताछ में पता चला कि युवतियों को ग्राहकों के मनोरंजन के लिए लाए थे और पुलिस को फार्महाउस पर महिलाओं को वस्तु के रुप में उपयोग करने के एविडेंस मिले हैं। उन्होंने बताया कि ये लोग शनिवार को ही जयपुर आए थे और इनका दो दिन रुकने का कार्यक्रम था। दो रात के कार्यक्रम के लिए एक व्यक्ति से दो लाख रुपए लिए गए।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार लोग सरकारी सेवा, शिक्षा सहित अन्य ग्रुप के लोग हैं। गिरफ्तार युवतियां राजस्थान के बाहर की हैं। उन्होंने बताया कि पूछताछ में इस तरह के कार्यक्रम राजस्थान के बाहर अनेक शहरों के फार्महाउस आयोजित करने की बात सामने आई हैं। एक सवाल पर लांबा ने बताया कि इस कार्रवाई की स्थानीय पुलिस को सूचना नहीं दी गई थी ।