उमेश लाला की आंख की किरकिरी बने विक्रम…??
गौरव रक्षक/शिव भानु सिंह
8जून,सतना
सतना – यह कटु सत्य है कि सांसद गणेश सिंह एक बड़े और चतुर नेता है । उन्होंने जब देखा कि भाजपा और नरेंद्र मोदी की नजर में अब परिवार नहीं चलने वाला तो स्वाभाविक है कि उन्होंने नए विकल्प चुनकर उन्हें तराशने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी । लेकिन पार्टी गाइडलाइन की मजबूरी को अलग उमेश प्रताप सिंह समझ सकते तो फिर उन्हें “लाला” क्यों कहा जाता । सूत्रों का कहना है कि सांसद को अपने एक मृदुभाषी होनहार व गंभीर युवा विक्रम में संभावनाएं दिखी तो उन्होंने उन्हें जिला पंचायत के वार्ड 19 से अपनी “वेटर हाफ” को चुनाव लड़ाने के संकेत दिए तो विक्रम ने पर्चा भरवा दिया बस फिर क्या था यह बात लाला भाई को नागवार गुजरी और वे सक्रिय हुए । घूमता आइने को खबरी ने बताया कि लाला ने अपने जीजा लगने वाले राजभान सिंह की “वेटर हाफ” सुधा सिंह से ऐन वक्त पर वार्ड 19 से पर्चा भरवा दिया, वैसे वार्ड क्रमांक 19 से भाजपा व सांसद के नाम पर कोई भी चुनाव जीत सकता है लेकिन सांसद को विक्रम जैसा दूसरा कार्यकर्ता मिलेगा प्रेरकों को नहीं लगता । वैसे यह प्रकरण इस बात का उदाहरण है कि राजनीति में कोई किसी का नहीं और अगर बात न्याय और नैतिकता की बात है तो जिला मुख्यालय में भाजपा व सांसद के प्रति विक्रम का समर्पण उन्हें वार्ड 19 से हकदार मानता है ।