कमिश्नर पद पर राजेश शाही की ताजपोशी शासन का दूरदर्शीव व सराहनीय कदम स्मार्ट सिटी को जरूरत थी अनुभव की

0
66

कमिश्नर पद पर राजेश शाही की ताजपोशी शासन का दूरदर्शीव व सराहनीय कदम
स्मार्ट सिटी को जरूरत थी अनुभव की

गौरव रक्षक/शिवभानु सिंह

7 जून, सतना

“जब कोई वस्तु किसी द्रव में मिलाई जाती है तो उस पर लगाया गया उत्प्लावन बल लगाए गए द्रव के भार को बराबर होता है” यह आर्कमडीज का सिद्धांत है, जब मुझे हिंदी के विद्यार्थी को यह सिद्धांत याद है तो साइंस के विद्यार्थियों को तो याद ही होगा । लेकिन सिद्धांत याद रखने से कुछ नहीं होता बल्कि प्रैक्टिकल के माध्यम से उसे कार्य रूप में परिणित करना आना चाहिए । यही स्थानांन्तिरित कमिश्नर तन्वी हुड्डा के साथ हो रहा था । वे सिर्फ एक बिखरी हुई टीम की कप्तान मात्र थी । यही कारण है कि वे शहर विकास पर अपने छाप नहीं छोड़ पाई । सच्चाई यह है कि प्रतिभा पाल के बाद कोई कमिश्नर नगर निगम को मिला ही नहीं ।
⚫शहर को मिलेगा शाही के अनुभव का लाभ
राजेश शाही एक सुलझे हुए अनुभवी अधिकारी हैं । उनकी ताजपोशी शासन की दूरदर्शी सोच को दर्शाती हैं । वे सतना के एसडीएम और एडीएम रहते ही कमिश्नर बने हैं , मतलब साफ है कि उन्हें शहर की पूरी समझ है ऐसे में वे सरकार और जनता दोनों के लिए उपयोगी साबित होंगे ऐसा जानकारों का मानना है ।
⚫कलेक्टर से अच्छा तालमेल
अनुराग वर्मा के रूप में जिले को काम करने वाले युवा कलेक्टर मिले हैं सतना को स्मार्ट सिटी की सौगात मिली है , शाही अब उनके सीईओ भी होंगे , ऐसे में उन्हें कदम कदम पर कलेक्टर के मार्गदर्शन की आवश्यकता होगी । चूंकि शाही एडीएम थे ऐसे में उनके और कलेक्टर के बीच आपसी समझदारी है इसका लाभ भी शहर के विकास को मिलेगा । किसी भी शहर की सुंदरता और विकास में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका होती है । विकास के लिए अतिक्रमण अवरोधों को हटाने में पुलिस महत्वपूर्ण होती है । नवागत पुलिस कप्तान युवा आईपीएस है, मतलब युवा आईएएस और युवा आईपीएस के साथ शाही का अनुभव सतना को स्मार्ट बनाएगा जनता को ऐसी उम्मीद है ।
⚫प्रतिनिधियों से तालमेल
चूंकि राजेश शाही बतौर एस.डी.एम फिर एडीएम लंबे समय से यही पदस्थ है ऐसे में जनप्रतिनिधियों से उनका तालमेल अच्छा है । राजनैतिक क्षेत्र में उन्हें सहयोग करने वाले अधिकारी के रूप में जाना जाता है । सांसद गणेश सिंह ,भाजपा जिला अध्यक्ष नरेंद्र त्रिपाठी, पूर्व मंत्री विधायक नागेंद्र सिंह, विधायक विक्रम सिंह, पूर्व विधायक शंकरलाल तिवारी , पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह गहरवार , पूर्व महापौर विमला पांडेय, ममता पांडेय, वरिष्ठ नेता लक्ष्मी यादव, जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष गगनेंद्र प्रताप सिंह, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुभाष शर्मा “डोली” के सुझाव उनके काम आएंगे ।
⚫चुनावी आहट के बीच भरने होंगे गड्ढे
अब नगर निगम चुनाव की आहट है , ऐसे में सत्ताधारी दल को उन गड्ढों का भरना होगा जो तन्वी हुड्डा खोद कर गई हैं । पिछले एक साल में सतना नगर निगम मीडिया की सुर्खियों में रहा है । इससे भाजपा व सरकार छवि खराब हुई है । उसकी भरपाई कर छवि स्थापित करना भी कमिश्नर के कंधों पर ही होगा ।
भू माफिया व भ्रष्टाचार से पार पाना
नगर निगम में स्थानीय पृष्ठभूमि के अधिकारी और कर्मचारी आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं । भू माफियाओं से उनके नापाक गठबंधन शहर को बदरंग कर रहा है । नगर निगम का हर विभाग भ्रष्टाचार के जद में है । इनसे पार पाना शाही के लिए चुनौती भरा काम होगा । ⚫चांद पर दाग जैसे हैं प्रेम लाल कुशवाहा

कलेक्टर कम समय में ही जनता के कलेक्टर होने की छवि बना चुके हैं । लेकिन उनके रीडर प्रेमलाल कुशवाहा को किसान जब फाइल चोर कहकर बुलाते हैं, तो शासन की मंशा पर संदेह पैदा होता है । कलेक्टर कार्यालय के बाहर लाचार , असहाय वीक शिवपुरवा रघुराज नगर के किसान बैजनाथ पांडेय मिले उन्होंने बताया कि पटवारी , आर .आई, तहसीलदार , एसडीएम से पार पाकर खसरा सुधार की फाइल कलेक्टर तक पहुंची लेकिन 4 महीने से कुशवाहा ने मेरी फाइल चुरा रखी है । मैं चक्कर काट काटकर थक गया हूं । पत्रकार जी किसान आत्महत्या न करे तो क्या करें ।

यूंकि
गुलशन के मुहाफिजो ने, गुलशन की ऐ हालत की ।
फूलों का लहू चूसा, खुशबू की तिजारत की ।।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here