ग्राम रोजगार सहायक के राजसी ठाठबाट,भृस्टाचार कर कमाई मोटी रकम

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गौरव रक्षक/ शिवभानु सिंह बघेल

सतना/ 06 जून 2022

शिकायतों की भरमार,फिर भी नही होती कार्यवाही

जनपद सी ई ओ कल्पना यादव के संरक्षण में रोजगार सहायक की काली करतूतों पर पर्दा

सतना-नागौद जनपद के कलावल में पदस्थ ग्राम रोजगार सहायक अखिलेश कुशवाहा के राजसी ठाठबाट देखकर सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि छोटी वेतन पाने वाले कर्मचारी ने इतनी अकूत संपत्ति कहाँ से हासिल की।

ग्राम रोजगार सहायक अखिलेश कुशवाहा के कारनामो की लंबी फेहरिस्त है कुछ दिनों के लिए इन्हें मुंगहर ग्राम पंचायत का वित्तीय प्रभार मिला तो इन्होंने वहाँ भी भृस्टाचार की पटकथा लिख डाली बिना किसी प्रशासकीय स्वीकृत के 14 वे वित्त की राशि आहरित कर सामुदायिक भवन में खर्च होने का हवाला देकर राशि हजम कर लिया।सामुदायिक भवन की स्वीकृत राशि 5 लाख में 2.5लाख खर्च कर सामुदायिक भवन में नाममात्र का कार्य करवाकर छोड़ दिया।

कलावल पंचायत में इनके बड़े बड़े कारनामे उजागर हुए ,रोजगार सहायक का रुतबा देखिए अखिलेश कुशवाहा चार पहिया वाहन से चलते है यह बोलेरो इन्होंने अपने भाई के नाम करवा रखा है।कलावल पंचायत के इटौरा मजरे में इनका गढीनुमा महल इनके भृस्टाचार को स्वयं सिद्ध करता है।

कलावल ग्राम पंचायत में इनका एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है ,कलावल ग्राम निवासी वृद्ध विधवा गरीब महिला को मृतक घोषित कर इन्हें पी एम आवास से वंचित कर दिया।

विधवा फूल बाई ब्राम्हण पति स्व जागेष्वर प्रसाद ब्राम्हण उम्र 60 वर्ष को जिंदा होते हुए भी मृतक घोषित कर दिया यह तो स्वयं सिद्ध है कि यह रोजगार सहायक बिना लेंन देन किये किसी योजना का लाभ मिलने नही देंगे जब जिंदा लोगो को यह मृतक लिखकर अपात्र कर सकते है क्योंकि इस वृद्ध महिला को अपात्र करने का यह कोई कारण नही ढूंढ पाए।वृद्ध महिला फूल बाई ने जानकारी देते हुए बताया कि मैंने जनपद जिला पंचायत से लेकर सी एम हेल्पलाइन तक शिकायत दर्ज करवाई लेकिन मुझे आज तक पी एम आवास का लाभ नही मिला और न ही ग्राम रोजगार सहायक पर कोई कार्यवाही हुई मैं जिंदा हूँ मुझे शासन की अन्य योजनाओ जैसे निराश्रित पेंशन और राशन का लाभ मिल रहा है। ग्रामीणों ने रोजगार सहायक पर आरोप लगाते हुए बताया कि पी आवास के हितग्राहियो ने यदि रोजगार सहायक की जेब गर्म कर दी तब तो वह पात्र है वरना किसी न किसी बहाने अपात्र कर दिया जाता है और यदि कोई अपात्र भी है तो वह जेब गर्म कर दे तो पात्र करार दिया जाएगा।कमोबेस यही हालत कपिल धारा से होने वाले कूप निर्माण के पात्र हितग्राहियो का है।

अपात्र परिजनों को दिलाया योजनाओ का लाभ

ट्रैक्टर,चार पहिया आलीशान भवनों के मालिक अपने भाइयों को पी एम आवास दिलाकर रोजगार सहायक ने अपनी पदीय दायित्वों का दुरुपयोग किया है और अपने पिता को कपल धारा का लाभ दिलाकर अपनी निरंकुश कार्यशीली का परिचय दिया है।

मजदूरी भुगतान में भृस्टाचार का खेल

पी एम आवास,कपिलधारा एवं अन्य रोजगार मूलक कार्यो में मजदूरी भुगतान में ब्यापक पैमाने पर भृस्टाचार की शिकायतें देखने को मिल रही है।

रोजगार सहायक अखिलेश कुशवाहा द्वारा मजदूरी के लिए लगे खातों को अपने चहेतों के खाते लगाकर मजदूरी का पैसा हजम कर जाते है।कुछ मजदूरों के खाते जीरो बैलेंस वाले थे अब वह बन्द हो गए तो फिर उस स्थिति में खाता बदलने का विकल्प आता है ऐसी स्थिति में रोजगार सहायक अपने चहेतों खाते लगाकर उनसे राशि आहरण कर खुद पैसे ले लेते है।

प्रधानमंत्री के सपनो को पलीता मुख्यमंत्री के आदेश बेअसर

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबो के उत्थान के सपने देखते हुए पी एम आवास योजना सहित कई जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई है,मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पी एम आवास में पैसे लेने से अनभिज्ञ नही इसीलिए उन्होंने कड़े स्वर से आदेश दिए है कि जो लोग पी एम आवास में भृस्टाचार करेंगे उन्हें बख्सा नही जाएगा लेकिन ग्राम रोजगार सहायक अखिलेश कुशवाहा जैसे निरंकुश कर्मचारी प्रधानमंत्री के सपनो में पलीता लगाने तथा मुख्यमंत्री के आदेशों की अवहेलना करने में कोई कसर नही छोड़ रहे।

 

दबंग,निरंकुश ,भृस्टाचारी ग्राम रोजगार सहायक अखिलेश कुशवाहा की उच्चस्तरीय जांच टीम से जांच करवाई जाए तो बहुत बड़े बड़े कारनामे उजागर हो सकते है।

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