उज्जैन नगर निगम इंजीनियर पीयुष भार्गव के खिलाफ फर्जी हस्ताक्षर कर कूट रचित दस्तावेज तैयार करने का मामला सामने आया है। बहुत जल्द ही इंजीनियर पीयूष भार्गव होंगे सलाखों के पीछे ।
उज्जैन नगर निगम इंजीनियर पीयुष भार्गव के खिलाफ फर्जी हस्ताक्षर कर कूट रचित दस्तावेज तैयार करने के मामले पुलिस की जांच पूरी हो गई है । कोतवाली पुलिस शीघ्र ही धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर धारा 420 सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज होगा।
इंजीनियर पीयुष भार्गव ने नगर निगम आयुक्त महेशचंद्र चौधरी के फर्जी हस्ताक्षर करके नोटशीट पर स्वीकृति बना ली थी। जिसकी जांच हुई और पाया गया कि उक्त इंजीनियर ने इतनी बड़ी धोखाध़डी करते हुए दस्तावेक तैयार किये है। इसके बाद पूरा मामला कोतवाली थाने की पुलिस को दिया गया। राजनैतिक दबाव डलवाकर पिछले एक साल से इंजीनियर पीयूष भार्गव पर प्रकरण दर्ज होने से टाला जा रहा था । लेकिन अब पुलिस को सिग्नेचर वेरिफाई होने की रिपोर्ट मिलने से इंजीनियर पीयूष भार्गव की मुश्किलें बड गई है। नगर निगम के कई कर्मचारी दबी जुबान में इंजी पीयूष भार्गव की इस करतूत के बारे में बात करते दिखे । अब एफआईआर दर्ज होने पर इंजी पीयूष भार्गव को गिरफ्तार किया जा सकता है।