कोरोना के साथ अब कहर ताऊतै का प्रकृति के प्रकोप से भी बुरी तरह आहत जनजीवन
बीते वर्ष से हम कोरोना वायरस के महासंकट से जूझ रहे हैं … सोचा था 2021 में इस महामारी से निजात मिल जाएगी … लेकिन इससे उबरना तो दूर दूसरी लहर प्रकट हो गई और तीसरी का खौफ एडवांस में बन चुका है…
इतने पर प्रकृति का भीषण कहर चक्रवाती तूफान तौकते आ खड़ा हुआ और मात्र दो दिनों में ही ऐसा कहर बरपाया कि देश की आर्थिक राजधानी कहलाए जाने वाले मुम्बई को बुरी तरह से तहस नहस कर दिया .. कोरोना के साथ साथ यह नुकसान हतप्रभ करने वाला साबित हुआ है । मौसम विभाग के सूत्रों के अनुसार तौकते महाराष्ट्र और गुजरात में भारी तबाही मचाने के बाद उत्तर और उत्तर पूर्व में राजस्थान की ओर कूच कर रहा है । इसके चलते देशभर के मौसम में बदलाव स्पष्ट रूप से देखा जाने लगा है । मौसम विभाग के सूत्र यह भी बता रहे हैं कि तौकते गहन दबाव क्षेत्र में तब्दील हो जाएगा ।
इसकी वजह से मध्यप्रदेश में भी बीते दो दिनों में कई शहरों में तेज हवा के साथ बारिश हुई । अब मध्यप्रदेश सरकार की चुनौती और अधिक बढ़ गई है । इस असमय बारिश से सब्जियों की फसल पर तो भारी नुकसान हुआ ही है साथ साथ खेत से निकली गई प्याज़ पूरी तरह भीग चुकी है और खरीदी केंद्रों पर रखा गेहूँ भी भीग गया है ।
अब देखने वाली बात यह होगी कि मध्यप्रदेश सरकार मौजूदा कोरोना संकट की चुनौती के साथ ही तौकते से हुए नुकसान की भरपाई किस तरह करती है ??
और कोरोना की तीसरी लहर अभी से सामने खड़ी दिखाई दे रही है ब्लैक फंगस के साथ ….