वाहन चालकों के बेवजह चालान काटने से आमजन परेषान मंत्री भाया से जताई नाराजगी

0
18

वाहन चालकों के बेवजह चालान काटने से आमजन परेषान
मंत्री भाया से जताई नाराजगी

बारां, 15 मई। शहर की यातायात पुलिस द्वारा लगातार यातायात नियमों की आड लेकर आम वाहन चालकों का जिस प्रकार चालान काट कर उनसे वसूली की जा रही है, व्यापार महासंघ पदाधिकारियों ने पुलिस के इस कृत्य की घोर निन्दा करते हुए इसे तत्काल बंद किए जाने की मांग की है। आज इस बारे में दोपहर राज्य के खान एवं गोपाल मंत्री प्रमोद जैन भाया को आमजन की समस्या से अवगत करवाया गया।
महासंघ अध्यक्ष ललितमोहन ख्ंाडेलवाल, धानमण्डी व्यापार संघ अध्यक्ष देवकीनंदन बंसल, क वर्ग व्यापार संघ अध्यक्ष हेमराज गोयल, खाद्य किराना व्यापार संघ अध्यक्ष योगेश कुमरा, कपडा व्यापार अध्यक्ष प्रदीप जैन, आटो पार्टस एसोसिएशन अध्यक्ष सुदर्शन झाम्ब, बर्तन व्यापार के महेनद्र गोयल, जनरल मर्चेन्ट के शशिकान्त जैन सहित शहर के व्यापार संगठनों ने शहर की यातायात पुलिस पर वाहन चालान के नाम पर चैथ वसूली का आरोप लगाते हुए इसे तत्काल बंद किए जाने की मांग की है।
महासंघ पदाधिकारियों ने बताया कि एक ओर तो राज्य सरकार द्वारा कोरोना लाकडाउन की गाइड लाइन में किराना, पेट्रोल, दूध दही, फल सब्जी की दुकानों को प्रातः 6 से 11 बजे तक खोले जाने की अनुमति की हुई है। वही दूसरी ओर मेडिकल कारोबारियों को दिन भर आमजन की सेवा के लिए दुकाने खोलने की अनुमति दी हुई है। ऐसे में यातायात पुलिस का इन दिनों ध्यान शहर की यातायात व्यवस्था के बजाय सीधे-सीधे आम नागरिकों के वाहनों के चालान बनाकर चैथ वसूली के अलावा कोई कार्य नही बचा। प्रातःकालीन मजदूरी पर जाने वाले छोटे-छोटे मजदूरों और बाहर से दूध लेकर आने वाले दूध बेचने वालों को भी इस कार्यवाही के दौर से गुजरना पड रहा है।
गत शुक्रवार को एक फल विक्रेता की दुकान से पुलिसकर्मी कांटा उठा कर ले गया जबकि फल विक्रेताओं के ठेलों को शाम के पांच बजे तक कारोबार की अनुमति प्रशासन द्वारा दी गई है।
महासंघ पदाधिकारियों ने आरोप लगाते हुए बताया कि एक ओर तो राज्य सरकार द्वारा आमजन को जो छूट दी जा रही है, स्थानीय यातायात पुलिस उस छूट के दौरान आने वाले वाहन चालकों का जबरन चालान बनाकर उनसे वसूली कर रही है। वर्तमान मेें आमजन की क्रय शक्ति कमजोर है ऐसे में रोजाना के चालान बनाकर आम लोगों की जेब पर आर्थिक भार देना उचित नही है। इससे बेहतर तो प्रत्येक चैराहे पर खडे होकर समझाइश की जावे तो उचित रहेगा।
इस संबंध में आज व्यापार महासंघ पदाधिकारियों ने राज्य के खान एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया को पूरी स्थिति से अवगत करवाते हुए इस प्रकार की कार्यवाही पर रोक लगाने की मांग की है। महासंध पदाधिकारियों ने बताया कि कई लोगों को कई बार चिकित्सालय भी आना-जाना पडता है एवं दवाईयां लेने भी आना-जाना पडता है। पुलिस की कार्यवाही से ऐसे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पडता है।
कई रास्ते चालान के- कई रास्तों से बनाए जा रहे है चालान- आमतौर पर वाहन चालकों के पास मास्क व हेलमेट चैक किया जाता है लेकिन हालात यह है कि हेलमेट और मास्क होने के बावजूद उससे गाडी के कागज मांगे जाते है ऐसा कौनसा वाहन चालक है जो गाडी के कागज साथ लेकर चलता है। गाडी के कागज दिखाए जाते है तो इण्डीकेटर या किसी भी प्रकार की फिटनेस संबंधित कमी बताकर चालान किया जाता है। जबकि मूल रूप से आवश्यकता केवल मास्क की है। बाद में दस्तावेज बताए जाने के बाद भी उससे चालान की राशि वसूल की जाती है जो पूरी तरह गैर वाजिब है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here