एक खुला अनुरोध विधायकों के नाम
🔴कफन में जेब नहीं होती, यह एक सच्चाई है।
वर्तमान समय में इसका महत्व सभी को समझना होगा।
आज राजस्थान में 196 विधायक है । अगर दस- दस लाख एक विधायक सहयोग दे, तो 19 करोड़ 60 लाख रुपये एकत्रित होते है। जिससे कि इस विकट परिस्थिति में, महामारी में, हमारे राजस्थान में ना तो ऑक्सीजन की कमी रहेगी, ना दवाइयों की कमी होगी, ना बेड की कमी रहेगी और मानव जाति को बचाने के लिए बहुत बड़ा योगदान होगा ,इन विधायकों का। और कई आक्सीजन प्लांट लग सकेंगे । भगवान ना करे, क्या पता कभी आप को भी इसी आक्सीजन की जरूरत पडे। एक तो ऐसा उदाहरण बनो जनता के सामने , दोनो दल के विधायक मिलकर, की लोग याद करे ,जब जनता पर विपदा पडी तो सारे नेता जनता के लिए एक साथ खडे मिले ।
लेकिन नही! इतनी मानवता आप लोगो मे कहाँ !
आपको तो बस एक दूसरे के कपडे फाडने और लांछन लगाने ,एक दूसरे को नीचा दिखाने से फुर्सत मिले तब ना ! काग्रेस वाले मोदी को कोसो, भाजपा वाले गहलोत को। बडे नेता वर्चुअल मिटिंग करो, घर बैठै छुटके भैया फेसबुक पर भड़ास निकालो, वोट तो मिलेगे, काले को नही तो गोरे को मिलेंगे । जनता है झक मार के वोट देगी । इनका काम है इनको करना पडेगा ।
शायद विधायक को तनख्वाह और भी कई प्रकार के भत्ते मिलाकर साल के 10 लाख रुपये तो मिलते ही है। सोच लो एक कार्यकाल केवल सेवा लिये और देश दुनिया के नाम होगा और मानव जाति को बचाने का सहयोग करने का पूर्ण श्रेय भी आप को मिलेगा। और आपको खुद को एक अच्छे कार्य करने के लिए खुशी और मन की शांति मिलेगी l यह समय है राजनैतिक भेदभाव भुलाकर सभी को साथ लेकर चलने का । जितना हो सके तन मन धन से सहयोग करने का । मुझे विश्वास है कि सभी विधायक इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देंगे तथा जनहित में अपने दायित्व का निर्वहन करने में ख़ुशी महसूस करेंगे ।