क्या आर .एस .एस से भी असत्यवादी पैदा होते हैं
योगेश जी का मेडिकल कॉलेज मामला
सतना -राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आर.एस.एस को सेवा ,समर्पण, सत्य, सुचिता ,संस्कार की जननी कहा जाता है । यहां से निकले व्यक्ति का जनता हर क्षेत्र में विश्वास करती है । लेकिन इस पुनीत पाठशाला से निकले भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष योगेश ताम्रकार इस भ्रम को खंडित कर के रख दिया है । एक झूठ को छुपाने के लिए योगेश जी झूठ पर झूठ बोले जा रहे हैं आज वे अपने झूठ के कारण जन अदालत में हंसी के पात्र बन गए हैं उनका यह कहना है कि सतना प्रवास पर आए मुख्यमंत्री से उन्होंने 200 करोड़ रुपए की मांग की तब वहां मौजूद पूर्व विधायक शंकरलाल तिवारी जी ने कहा कि इनकी कोई जरूरत नहीं है । ऐसा कहते हुए योगेश जी की खबर भी प्रसारित हो गई । जब इस पत्रकार ने दूरभाष पर शंकर लाल जी तिवारी से चर्चा की तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि ऐसी कोई बात मुख्यमंत्री जी से मेरी मौजूदगी में नहीं हुई ,अगर कोई मेरा नाम लेता है तो यह पूरी तरह असत्य होकर भ्रम फैलाने का प्रयास मात्र है । अब सवाल यह उठता है कि राजनैतिक महत्वाकांक्षा के परिवार के बीच योगेश जी की पार्टी के एक ऐसे अभिनेता शंकर लाल जी को बदनाम करने का प्रयास विन्ध्य में भगवा ध्वज के वाहको में से एक है, जिनके साहस व स्वाभिमान को आपातकाल की लाठी भी विचलित नहीं कर पाई । उनके जैसे तपोनिष्ठो का पसीना जब आज कमल खुशबू बिखेर रहा है – ऐसे व्यक्तित्व के बारे में उन्होंने मीडिया में टिप्पणी करके यह साबित करने की कोशिश की है कि पूर्व विधायक विकास विरोधी है …….????
मेरा क्या …..
मैं दिया हूं मेरी दुश्मनी तो अंधेरे से है ।
हवा तो बेवजह ही मेरे खिलाफ है ।
रिपोर्ट;-शिवभानु सिहं बघेल