पुलिस अधिकारीयों को जमकर खरी-खोटी सुनाई माइक 1 ने
सतना- माइक 1 आराम करने के मूड में नहीं, वे आरक्षक भी बन जाते हैं और एस.पी तो है ही, 26 जनवरी को मुख्यमंत्री का उड़न खटोला उड़ा और 27 जनवरी को उन्होंने पुलिस अधिकारियों की क्लास ले ली । सूत्रों का कहना है कि बैठक उनका मूड उखड़ा हुआ था और उन्होंने अधिकारियों को जमकर खरी-खोटी सुनाई उनका कारण यह था कि इतनी तैयारियों के बाद भी दो से तीन बार मुख्यमंत्री की सुरक्षा में सेध लगी, उल्लेखनीय है कि जिस ढंग से चला फिरा नहीं जाता वह शहर व जिले के थाना प्रभारी हैं ऐसे में उनसे चुस्ती फुर्ती की उम्मीद कैसे की जा सकती है शहर व जिले में वर्षों से स्थानीय भाई इन थके हारे थाना प्रभारियों से तमाम माफियाओं की मुलाकात कराते हैं और थाना प्रभारी मस्त होकर कानून को ठेंगा दिखाते हैं । माइक 1 को अभी ज्यादा दिन नहीं हुए हैं ऐसे में उनका निजी सूचना तंत्र उतना पुख्ता नहीं है ऐसे में अधिकारियों उन्हे सही जानकारी नहीं देते और खाओ पियो अभियान में व्यस्त रहते हैं इन्हीं मजबूरियों के चलते पूर्व एस.पी रियाज इकबाल ने अपनी भरोसे की टीम में युवाओं को शामिल किया था हालांकि सिंहपुर गोलीकांड के बाद उनके इस प्रयोग की आलोचना भी हुई ,लेकिन होश के चक्कर में जोश को दरकिनार कर देना उचित नहीं है । पुलिस के कई अधिकारी माइक 1 की छवि राजनीति से प्रेरित अधिकारियों के रूप में बनाने में लगे हैं ,जो उचित नहीं है । सत्ता दल के नेता अपना पराया बना कर अपनी सरकार को बदनाम कर रहे हैं बिना किसी भेदभाव के पुलिस को अपना काम करने दे कानून व्यवस्था अपने आप दुरुस्त हो जाएगी ।
*खबर पैदा करने वाले मंत्री जी*
हम खबर लिखते हैं खबरों का उत्पादन नहीं करते ,लेकिन अपने विंध्य वाले मंत्री जी जहां हो और वहां खबरों का उत्पादन ना हो ऐसा हो ही नहीं सकता अब मुख्यमंत्री ने सतना आगमन को ही देखिए वे उड़न खटोले से मास्क लगाकर उड़े और आगे बढ़े, वहां सांसद, भाजपा जिला अध्यक्ष, विधायकगण ,अधिकारीगण सभी मास्क में थे लेकिन कोरोना पीड़ित रहे मंत्री जी ने मास्को माला बनाकर अपने खूबसूरत चेहरे को आगे कर मुस्कुराते रहे लालच सिर्फ फोटो का होगा अब आप ही बताइए इतनी छोटी लालच के पीछे सरकार मे कोरोना संक्रमण का खतरा पैदा कर देना क्या उचित है या कोरोना प्रोटोकाल का उल्लधंन भी तो होता है । भोपाल में रहने वाले मंत्री जी फोटो के चक्कर में यह भी भूल गए कि अभी 1 जनवरी को ही प्रदेश के गृह सचिव मसूद अख्तर की कोरोना से मौत हुई है यह है ।यह है मोदी की सीख -जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं ।।
घटिया हवाई पट्टी में उतरे सीएम* सीएम जिस हवाई पट्टी में उतरे उसके घटिया निर्माण के किस्से राष्ट्रीय मीडिया में है निचले अधिकारियों को सबक भी मिला ,लेकिन अपने सार्गिदो को चोरी की प्रेरणा देने वाले PWD के EE बसंत कुमार विश्वकर्मा का अभी तक कुछ नहीं हुआ ,तो फिर जिले के घटनाओं पर कलेक्टर, एसपी को क्यों हटाया जाता है वह नैतिक जिम्मेदार और विश्वकर्मा की कोई नैतिक जिम्मेदारी नहीं – वाह क्या दौरा मापदंड है ।
रिपोर्ट:-
शिवभानु सिहं बघेल