भ्रष्टाचार के भवन में गुटबाजी का भांगड़ा
मोदी 130 करोड़ जनता के प्रधानमंत्री – मंत्री को अपने भाइयों से परहेज-
सतना- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2014 से आज तक अपने हर भाषण में यह कहते हैं कि देश के 130 करोड़ नागरिक मेरा परिवार है। लेकिन मंत्री रामखेलावन पटेल अपने भाजपा परिवार के भाई को ही भाई मानने के लिए तैयार नहीं है। पार्टी की गुटबाजी को लेकर विपक्ष और मीडिया चटकारे लेकर मजा ले रहा है। और सत्ता के दंभ और अहंकार में मंत्री पार्टी की मर्यादा और संस्कार भूल गए हैं। त्रिस्तरीय पंचायती राज को लूट का सूट का अड्डा बनाने वालों ने नया ठिकाना तो बना लिया लेकिन पार्टी सिद्धांतों को तिलांजलि देकर उन्होंने अपने नैतिक पतन की पटकथा भी लिख ली। स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई और लालकृष्ण आडवाणी में भी वैचारिक मतभेद हुआ करते थे लेकिन उन्होंने कभी मंच साझा करने से परहेज किया हो इसका उदाहरण नहीं मिलता। प्रदेश भाजपा ने कभी नहीं कहा कि नारायण त्रिपाठी उसके विधायक नहीं है लेकिन मंत्री जी उन्हें अपना विधायक ना मानकर विंध्य क्षेत्र में अपनी भाजपा चला रहे हैं। वे सरकार का अंग है इस नाते उन्हें सरकारी कार्यक्रमों मुखिया का धर्म निभाते हुए सभी विधायकों की उपस्थित आगे रहकर सुनिश्चित करना चाहिए ,अगर सभी विधायक आते तो भाजपा वह मंत्री समूह की गरिमा की बढ़ती। कोई विधायक नवीन भवन उठाकर अपने घर थोड़े ही ले जाता लेकिन सत्ता सुख भोगते -भोगते कुछ इंसान इतने निरंकुश व दम्भी भी हो जाते हैं कि उनके अंदर से अपनापन वह सौजन्यता समाप्त हो जाती है। विंध्य भाजपाई राजनीति में यही देखने को मिल रहा है। यहां त्रिस्तरीय पंचायती राज का भी अपमान हुआ जब जिला पंचायत अध्यक्ष को तो बुलाया गया लेकिन उपाध्यक्ष से दूरी बना ली गई। जबकि कुछ माह पहले सांसद ने मीडिया के माध्यम से सांसद ने कहा था कि जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी निर्वाचित सरपंचों व सचिवों को प्रताड़ित कर रही हैं लेकिन आज एक बेटी रश्मि सिंह मंत्री जी से सरेआम प्रताड़ित व अपमानित की गई क्या यह इनका दोहरा चरित्र नहीं है। आश्चर्य है कि यहां भाजपा का मंत्री और सांसद के अलावा कोई माई -बाप नहीं है। कुल मिला कर भ्रष्टाचार के इस भवन मे गुटबाजी का जमकर भंगडा हुआ।
रिपोर्ट –
शिवभानु सिंह बघेल