प्रिज्म सीमेंट की किसान विरोधी नीति से दुखी हैअन्नदाता
हमेशा शोषण कर्ता के रूप में याद किए जाएंगे एम.पी त्रिपाठी
सतना -बार-बार यह साबित हो रहा है कि देश में किसानों का भला सोचने वाला कोई नहीं है ।पूंजीवादी वर्ग व्यवस्था को अपनी जेब में रखकर किसानों व मजदूरों का शोषण करते हैं । सतना जिले के मनकहरी स्थिति प्रिज्म में जानसन सीमेंट की मनमानी हो दादागिरी के आगे सारे सिस्टम गूंगे और बहरे हो गए हैं । किसान आंदोलनरत है लेकिन प्रबंधक कान में रुई डाल कर बैठे हैं । मामला यूं है कि ग्राम से सिजहटा में प्रिज्म की माइंस चल रही है। लेकिन उसके आसपास किसान अपनी जमीन पर खेती नहीं कर पा रहे हैं जो किसान किसी तरह अपनी खेती बोते हैं उन्हें अपनी फसल काटने की रोजी नहीं होती । माइंस का डस्ट फसल को तबाह कर देता है वही दौड़ते सैकड़ों डंफर फसलो को रौंद डालते हैं । क्षेत्र के किसान बार-बार फैक्ट्री प्रबंधन से इस नुकसान की भरपाई की मांग करते हैं लेकिन उनके कान में जूं तक नहीं रेंगती । यहां के कर्ताधर्ता एम.पी त्रिपाठी अधिकारी कम अराजक प्रशाषक अधिक नजर आते हैं । वे सदैव नारद मुनिका में रहते हैं किसानों को एक दूसरे से लड़ाने में उनकी विशेष रुचि रहती है । सुत्रो का कहना है कि बुंदेलखंड क्षेत्र के सतना जेल में बंद अपराधियों के माइंस ठेके तक इनमें संरक्षण में चल रहे हैं कुल मिलाकर एम.पी. त्रिपाठी को सदैव किसानों के शोषणकर्ता व भाई भतीजावाद के जनक के रूप में याद किया जाएगा ।
रिपोर्ट:-शिवभानु सिंह बघेल