किसान मरने को मजबूर नकली कीटनाशक का दंश झेल रहे राज्य के किसान :कौशिक

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रिपोर्ट : उमा बिसेन

विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कृषि मंत्री रविंद्र चौबे दृष्ट राष्ट्र की भूमिका कर रहा है किसानों के नाम सरकार सिर्फ घड़ियाली आंसू बहा रही है किसान की फसलें कीटनाशक बीज के चलते अंकुरित नहीं हो रहा हो पा रहे हैं इतना किट  नाशक के गलत प्रभाव से फसल बर्बाद हो रही है इसके बावजूद घटिया कीटनाशक की आपूर्ति करने वाले कंपनियों पर कार्यवाही नहीं की जा रही है बार-बार कहने और विधानसभा में मुद्दा उठाने के बावजूद प्रदेश सरकार किसानों के हित में बीज और कीटनाशक की आपूर्ति के लिए कड़े नियम बनाने में फेल है अब किसान घटिया कीटनाशक के चलते अपनी फसलों को बर्बाद होते देख रहे हैं कृषि विभाग में जमकर लूट मची हुई है प्रशासन को यहां के किसानों के बारे में कोई हमदर्द नहीं है जिससे किसान कभी-कभी आत्महत्या के करीब पहुंच जाते हैं प्रशासन चुप्पी साध लेता है

छत्तीसगढ़ में नकली कीटनाशक दवाई छिड़काव करने वाले किसान तबाह होते जा रहे हैं बता दें प्रदेश में घटिया कीटनाशक की आपूर्ति और बाजार में इसकी बिक्री पर रोक लगा पाने में कृषि विभाग और स्थानीय प्रशासन पूरी तरह फेल है इसके चलते घटिया कीटनाशक फसलों पर बेअसर साबित होने लगा है कृषि विभाग को आगाह किया है लेकिन इसके बावजूद अधिकारियों को छोड़िए कृषि मंत्री तक ध्यान नहीं देते l
पूर्व विधायक अजय चंद्राकर ने विधानसभा में बलौदा बाजार में पकड़े गए घटिया कीटनाशक का मुद्दा उठाया लेकिन कृषि मंत्री ने इसे सत्या जैसी कोई कंपनी नहीं बता कर मामले को टाल गए इसके बावजूद सत्यम बायोटेक कंपनी को सरकारी खरीदी प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया इसे 2 साल के लिए बीज निगम में आपूर्ति करने का प्रतिबंध कर दिया गया लेकिन इसके बाद नियमों के मुताबिक अभी तक इस कंपनी पर f.i.r. तक नहीं कराया गया इसी तरह बिना एग्रो कंपनी ने 2000 लीटर डेमीदाफ्लोरिडा बीज निगम को आपूर्ति की थी इसके जिसे सरगुजा बलरामपुर सूरजपुर सहित प्रदेश के अन्य जिलों में कृषि विभाग के उपसंचालक ओने आपूर्ति ली थी इसके छिड़काव करने के बाद या दवा भी बेअसर रही करीब 30000 एकड़ की फसलों को बर्बाद कर दी इसकी शिकायत पर संबंधित जिलों के उप कृषि संचालकों ने अभी तक कंपनी के उत्पाद के नमूनों को जांच के लिए अभी सूचित लैब में नहीं भेजी गई है इस प्रकरण को भी कृषि विभाग ने ठंडे बस्ते में डाल दिया है सवाल यह उठता है कि कृषि विभाग बाजार में बिकने वाली निजी कंपनियों के उत्पादों के नकली पाने पर इधर बी एफ आई आर कराने में पीछे नहीं रहा जिससे कृषि करने वाले राज्य के सभी किसानों को सही दवा छिड़काव करने का कृषि मैं नहीं मिल रहा है नकली कीटनाशक से किसान परेशान और आत्महत्या तक मजबूर हो जाते हैं किसानों के नाम पर सरकार घड़ियाली आंसू बहा लेती है पूर्व मंत्री और भाजपा के प्रवक्ता ने कहा इस प्रकरण पर कृषि मंत्री की छुट्टी पूरी सरकार की पोल खोलने के लिए काफी है किसानों के नाम पर दी जाने वाली सरकारी सुविधाओं के नाम पर जमकर लूट का सूट मची है इस पूरे प्रकरण की जांच कराने के लिए भाजपा सरकार से मांग करेगी कृषि मंत्री के जिले में किसान के खुदकुशी करने के मामले आ रहे हैं इसके बावजूद इनका मीडिया को इस मुद्दे पर बयान ना देना शर्मनाक है वैसे भी जनता इनके क्रियाकलाप को जान चुकी है यह सरकार किसी भी मुद्दे को गंभीरता से नहीं लेती है अफसोस है

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