विवाद एवं शिकायत निवारण तंत्र के अंतर्गत गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक आयोजित

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विवाद एवं शिकायत निवारण तंत्र के अंतर्गत गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक आयोजित

गौरव रक्षक/ राजेंद्र शर्मा

भीलवाड़ा, 19 सितंबर

विवाद एवं शिकायत निवारण तंत्र के अंतर्गत गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक मंगलवार को जिला कलक्टर श्री आशीष मोदी के निर्देशानुसार अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन श्री ब्रह्मालाल जाट तथा उपवन संरक्षक श्री गौरव गर्ग की अध्यक्षता में जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई।

बैठक के दौरान जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र महाप्रबंधक श्री राहुल देव सिंह ने एमएसएमई इकाइयों/ उद्योग संघों को जेईडी सर्टिफिकेशन प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया।

उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि जीरो डिफेक्‍ट जीरो इफेक्‍ट (ZED) सर्टिफिकेशन योजना सूक्ष्‍म, लघु और मध्‍यम उद्यमों (MSME) के लिए चलाई गई योजना का उद्देश्‍य छोटे-मझोले उद्यमों में वेस्‍टेज को कम करते हुए उन्‍हें पर्यावरण हितैषी तकनीक अपनाने के लिए प्रोत्‍साहित करना है। जेडईडी सर्टिफिकेशन अपनाने वाले उद्योगों को कई तरह की सुविधाएं प्रदान की जा रही है।
इस योजना का उद्देश्‍य न केवल वेस्‍टेज को कम करते हुए उत्‍पादकता बढ़ाना है बल्कि पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित भी करना है।

श्री गर्ग ने कहा कि सीएसआर से जिलेवासियों को अधिकाधिक लाभ मिले। उन्होंने कहा कि कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व के माध्यम से विभिन्न बुनियादी सुविधाओं का सृजन कर जिले को मॉडल बनाएं।

प्रदूषण नियंत्रण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी श्री विनय कट्टा ने वेस्ट रीसाइकल में लिए लघु उद्योग भारती, भीलवाड़ा द्वारा तैयार मॉडल के ड्राफ्ट पर चर्चा की। बैठक के दौरान इन्वेस्ट समिट के अंतर्गत एमओयू / एलओआई ट्रैकिंग पर चर्चा की गई।

रीप्स 2022 के अंतर्गत कन्वर्जन चार्ज छूट हेतु नगरपालिका क्षेत्रों के लिए नोटिफिकेशन जारी करवाये जाने के संबंध में भी चर्चा हुई।

जिले में कॉटन स्पिनिंग मिलों के लिए कपास की कमी- कपास का रकबा बढ़ाने के लिए ज़िलें में अभियान चलाने के निर्देश दिए गए।
कार्यस्थल पर महिलाओं के लैगिक उत्पीड़न को रोकने जैसे संवेदनशील मुद्दों में जागरूकता बढ़ाने व अभियान चलाने के निर्देश दिए।

बैठक के दौरान, मेवाड़ चैम्बर,लघु उद्योग भारती, वीविंग मिल्स, लघु उद्योग संघ, सुवाणा संघ आदि औद्योगिक संघटनो के प्रतिनिधि,रीको, वाणिज्य कर,पीएचईडी, पीडब्ल्यूडी, प्रदूषण नियंत्रण मंडल, विद्युत् सहित अन्य विभागों के अधिकारी व सीएसआर सदस्य मौजूद रहे।

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