रिपोर्ट- श्रेयांश शुक्ला
रात में निकाल रहे रेत , लॉकडाउन का फायदा उठाकर
कूम्ही सतधारा।
रेत उत्खनन बंद करने के लिए भारतीय किसान संघ के लोगों ने कलेक्टर,एसडीएम और खनन विभाग के आला अधिकारियों को शिकायत कर रेत माफियाओं द्वारा रेत खनन किए जाने पर रोक लगाने की मांग की है।
एक तरफ देश कोरोना महामारी से झुलस रहा है तो दूसरी तरफ रेत माफियाओं को हिरन नदी से रेत उत्खनन कर जीवनदायिनी नदी का दोहन करने में लगे हैं। सिहोरा और ढीमरखेड़ा सीमा के बीच हिरन किनारे लगे गांव खिरहनी, परसेल, कन्हाईदेवरी, सचुली, कूम्ही सतधारा, देवरी, कुकर्रा, कचनारी, महगवां, पड़रिया, खभरा, जुनवानी, मढ़ा में बने करीब 25 घाटों से रेत माफिया 50 डम्पर से ज्यादा रेत निकाल रहे हैं। रात भर रेत चुराने का काम तेजी से चल रहा है। जिससे शासन को कई लाखों के राजस्व का नुकसान हो रहा है। हिरन नदी के किनारे माफियाओं ने दर्जनों रैंप बना दिए गए हैं। इन घाटों को जाने वाले रास्ते में मुखबिर की फौज भी तैनात रहती है, जो उत्खननकर्ताओं को जानकारी देती हैं। जानकारी लगते ही माफिया घाट पर लगी गाड़ियां किसी अनजान जगह में छुपा लेते है
किसान संघ के प्रांतीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, जिला मंत्री राजेंद्र पटेल, ब्लॉक अध्यक्ष चमनलाल काछी, राजेंद्र राय, सुरेश चौरसिया, राजेश ब्यौहार, राजेंद्र लेखराज, राकेश राय, संदीप सोनी, विजय दुबे आदि मफियाओं पर कार्रवाई की मांग की है।
एनटी धुर्वे नायब तहसीलदार ढीमरखेड़ा ने बताया कि समय-समय पर रेत माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई की जाती है। दो जिलों की सीमा का फायदा उठाकर माफिया बच निकलते हैं
रमखिरिया घाट पर एक पोकलेन और ट्रैक्टर जब्त
गोसलपुर।
गोसलपुर थाना के देवरी घाट रमखिरिया में अवैध रेत उत्खनन की कार्रवाई की गई। कार्रवाई में एक पोकलेन मशीन, एक हाईवा और एक रेत से भरा ट्रैक्टर जब्त किया गया है। ट्रैक्टर मालिक पलाश दुबे एवं पोकलेन मशीन मालिक आदित्य राज सिंह रेत का अवैध उत्खनन करते हुए पाए गए। दबिश से पहले मोटर मालिक वहां से भाग निकले। पुलिस ने वाहन जब्त कर थाने लेकर आई है। कार्रवाई में पूजा पटेल, दीपू कुशवाहा, पूर्णचंद्र, सत्येन्द्र बिसेन, मनीष अहिरवार एवं अवधेश कुशवाहा शामिल रहे।