रिपोर्ट- हिमांशु दीक्षित
मध्य प्रदेश के नागरिकों को गंभीर अपराधों को छोड़कर अन्य मामलों में एफआईआर कराने के लिए थाने नहीं जाना होगा। बल्कि अपराध की सूचना डायल 100 पर देनी होगी। इसके बाद एफआरवी (फर्स्ट रिस्पांस व्हीकल) लोगों के घर जाकर एफआईआर दर्ज करेगी। प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार को ‘एफआईआर आपके द्वार’ प्रोजेक्ट की शुरूआत की। पुलिस मुख्यालय में डीजीपी विवेक जौहरी समेत पुलिस के अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में एफआरवी वाहन को रवाना किया गया है।
11 संभागीय मुख्यालयों और दतिया में लागू
प्रोजेक्ट तहत पहली रिपोर्ट भोपाल के जवाहर चौक में सुनील चतुर्वेदी ने अपनी गाड़ी चोरी होने की दर्ज कराई है। राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने प्रोजेक्ट का शुभारंभ किया। फिलहाल इसे पायलट प्रोजेक्ट के तहत भोपाल और इंदौर समेत 11 संभागीय मुख्यालयों और गृहमंत्री के गृह जिले दतिया में लागू किया गया है। गृहमंत्री ने दावा किया है कि देश में ऐसा करने वाला मध्य प्रदेश पहला राज्य है। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट सफल हुआ तो इसे पूरे प्रदेश में लागू करेंगे।
एफआईआर आपके द्वार प्रोजेक्ट शुरू, 11 संभागीय मुख्यालय और दतिया में शुरू किया प्रोजेक्ट।
3 महीने का पायलट प्रोजेक्ट
फिलहाल इसे 3 महीने के लिए पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया है। सभी संभागीय मुख्यालयों पर एक थाना शहरी क्षेत्र और एक ग्रामीण थाना क्षेत्र में योजना को लागू किया जाएगा। भोपाल में इस योजना के तहत जवाहर चौक पुराना खजाना रेस्टोरेंट के सामने के सुनील चतुर्वेदी ने अपनी गाड़ी चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने अपनी गाड़ी एमपी 04 ST0959 के चोरी होने संबंधी रिपोर्ट FRV 49 से दर्ज कराई।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और डीजीपी विवेक जौहरी की मौजूदगी में प्रोजेक्ट शुरू हो गया है।
6 मई को हेल्प डेस्क शुरू की थी
इसके पहले गृहमंत्री मिश्रा ने छह मई को पुलिस और उनके परिवारों की सहायता के लिए हेल्प डेस्क शुरू की थी।अपना कर्तव्य निभाने के दौरान शहीद हुए पुलिस कर्मियों के परिवारों की सहायता हेल्प डेस्क के माध्यम से की जाएगी।इसका प्रभारी एडीजी और आईजी स्तर का अधिकारी रहेगा। इस डेस्क की जिम्मेदारी होगी कि पुलिसकर्मियों के बच्चों को एडमिशन लेने समेत परिवारवालों की हर संभव मदद करेंगे। गृहमंत्री मिश्रा ने कहा कि पुलिसकर्मियों के कल्याण की प्रक्रिया नीचे से ऊपर की ओर चलेगी।