जनजाति क्षेत्र के लोगों को निरंतर जागरुक करते रहें राज्यपाल।

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राज्यपाल ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा ,प्रतापगढ़, सिरोही, राजसमंद और बारां जिलों के कलेक्टर से बात की
राज्यपाल ने 10 बिन्दुओ पर ली जानकारी जयपुर 21 अप्रैल राज्यपाल श्री कलराज मिश्र ने कहा है कि जनजाति क्षेत्रों में लॉकडाउन का प्रभावी तरीके से पालना कराया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी से बचाव के लिए जनजाति क्षेत्र के लोगों को निरंतर जागरूक करना जरूरी है। राज्यपाल ने जनजाति क्षेत्र के जिलों के कलेक्टर से संवाद करने के बाद संतोष जताया कि लोगों की मदद के प्रयास सराहनीय है शासकीय और स्वयंसेवी संस्थाओं का आपसी सामंजस भी ठीक है राज्यपाल ने कहा कि ट्राईबल क्षेत्र में लोग रोज कमाने एवं रोज खाने की पद्धति पर अपनी आजीविका की संधारण करते हैं। श्री मिश्र ने कहा कि जनजाति क्षेत्र में चल रहे छोटे छोटे उद्योगों के संचालन के लिए श्रमिकों को आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने में शासन का सहयोग अपेक्षित है ।राज्यपाल श्री मिश्र ने मंगलवार को यहां राजभवन में कांफ्रेंस के माध्यम से आदिवासी क्षेत्र के जिला कलेक्टर्स से कोविड-19 पर चर्चा की ।राज्यपाल ने जनजाति क्षेत्र में लोगों से कष्टों के निवारण हेतु 10 बिंदुओं पर बात की। राजपाल श्री मिश्र ने उदयपुर ,डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, सिरोही राजसमंद और बारां के जिला कलेक्टर से चर्चा की ।राज्यपाल ने जनजाति क्षेत्रीय विकास आयुक्त उदयपुर के संभागीय आयुक्त और एल पी जी व एस एच् जी एस की स्टेट मीथेन डायरेक्टर से भी आदिवासी क्षेत्र में चल रही योजनाओं और उनकी क्रियान्विति के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। वीडियो कांफ्रेंस कि शुरुआत राज्यपाल के सचिव श्री सुबीर कुमार ने की। कांफ्रेंस में राज्यपाल के प्रमुख विशेष अधिकारी श्री गोविंद जायसवाल व जनजाति विकास प्रकोष्ठ निदेशक श्रीमती कविता सिंह भी मौजूद थी।

राज्यपाल ने ली 10 बिन्दुओ पर ली जानकारी- कोविड 19 से निपटने के लिए एतिहाती उपाय नवाचार प्रवासी दिहाड़ी मजदूरों की व्यवस्था तथा डी वी डी के जरिए भुगतान होने वाली योजनाओं के क्रियान्वित ऑनलाइन अध्यापन कृषि उपजों के विक्रय नरेगा के तहत मजदूरों के लिए कार्य कोविड 19 के प्रकोप से बचाव हेतु प्रयास स्वच्छता संबंधी कार्य और नए सुझावों के बारे में राज्यपाल ने जानकारी मांगी।
लोगों को निरंतर जागरूक करें-राजपाल ने कहा कि राजस्थान का जनजाति क्षेत्र अत्यंत पिछड़ा है । लॉकडाउन जैसी विषम परिस्थितियों में जनजाति मूल के लोगों को निरंतर जागरूक करने की आवश्यकता है। जनजाति क्षेत्रों में कोविड 19 के कम प्रसार पर राज्यपाल ने संतोष जताया। राजपाल ने कहा कि कोविड 19 के कम प्रसार प्रसार से अधिकारियों को निश्चित होकर नहीं बैठना है बल्कि अधिक सतर्कता से लोगों को जागरूक करने के लिए जुटे रहना है। राजपाल ने कहा कि समाज के अंतिम छोर पर बैठे जनजाति लोगों को डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर से उनके खाते में योजनाओं की राशि पहुंचाएं ताकि उन्हें राहत मिल सके।
किसान की उपज की बिक्री की व्यवस्था करें- राज्यपाल ने कहा कि जनजाति छात्रों को ऑनलाइन मोड पर लेने की पहल करें और यह सुनिश्चित करें कि विद्यार्थी शिक्षण व्यवस्था से जुड़े हुए हैं राज्यपाल ने छात्रों को छात्रवृत्ति की राशि भी तुरंत दिए जाने के लिए कहा ।राज्यपाल ने कहा कि किसान अन्न उत्पादक है । यह समय फसल का है। फसल कटाई की मशीनों को नहीं रोका जाए साथ ही किसानों की उपजों के विक्रय की समुचित व्यवस्था भी की जावे।

कोविड 19 एक महायुद्ध है – राज्यपाल ने कहा कि नवा चारों से सभी को नई समज और सीख मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह एक महायुद्ध जिसमें हम सभी को अपने मन वचन व कार्य से समर्पित होकर गरीब को गणेश मानकर सेवा करनी चाहिए। राज्यपाल ने विश्वास जताते हुए कहा कि इस कठिन परीक्षा में कोविड 19 से लड़ रहे सभी लोग प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होंगे। राज्यपाल श्री मिश्र ने इस मौके पर सिविल सेवा दिवस पर अधिकारियों को शुभकामनाएं दी।

जनजाति क्षेत्रों की छोटी-छोटी समस्याओं की समीक्षा की राज्यपाल ने-
राज्यपाल श्री मिश्र ने जिला अधिकारियों से मगरों में रहने वाले जनजातीय लोगों के लिए की गई व्यवस्थाओ स्वयंसेवी संस्थाओं के योगदान मास्क सैनिटाइजर की व्यवस्था लॉक डाउन में जनप्रतिनिधियों के सहयोग रेडक्रास सोसायटी की भूमिका ऑनलाइन शिक्षण व्यवस्था छोटे उद्योग की स्थिति किसान सम्मान निधि छात्रवृत्ति लॉक डाउन की पालना में लोगों के व्यवहार और उदयपुर के विश्वविद्यालय परिसर में आए पैंथर के बारे में विस्तार से जानकारी ली। राज्यपाल को जनजाति क्षेत्र विकास आयुक्त श्रीमती शिवांगी स्वर्णकार ने बताया कि 25 जनजाति छात्रावासों को आइसोलेशन सेंटर बना दिया है जिनमें 2000 लोग रह रहे हैं। जनजाति क्षेत्र के 3000 बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा से जोड़ा गया है उदयपुर संभागीय आयुक्त श्री विकास भाले ने बताया कि संभाग में किसानों को मिलने वाली सहायता राशि पहुंच गई है। उदयपुर जिला कलेक्टर श्रीमती आनंदी ने बताया कि जिले में स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से राशन सामग्री वितरित की जा रही है। बांसवाड़ा कलेक्टर श्री कैलाश बैरवा ने बताया कि गिरदावरी को ऑनलाइन किचन गार्डन विकसित किए जा रहे हैं। राज्यपाल को डूंगरपुर के कलेक्टर श्री कानाराम ने बताया कि ऐसे गांव व ढांडिया जहां 2 किलोमीटर के क्षेत्र में किराने की दुकान नहीं है वहां उपभोक्ता भंडार के द्वारा बिना लाभ हानि के सामग्री का वितरण कराया जा रहा है। प्रतापगढ़ कलेक्टर श्रीमती अनुपमा जोरवाल ने बताया कि जिले में दो व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव थे वे भी अब नेगेटिव हो गए है । सिरोही कलेक्टर श्री भगवती प्रसाद ने बताया कि जिले से अन्य जिलों में मजदूरों को भिजवा दिया है लेकिन अन्य प्रदेशों के 178 मजदूर अभी जिले में ही रह रहे हैं। राजसमंद जिले के कलेक्टर श्री अरविंद ने राजपाल श्री मिश्र को बताया कि विधायक कोष से कोविड 19 से लड़ने में बहुत मदद मिल रही है। बारां के जिला कलेक्टर श्री इंद्र सिंह राव ने बताया कि जिले में एक भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव नहीं है।
समर्पण से कार्य कर संक्रमण को करे समापत- राजपाल श्री मिश्र ने कहा कि आश्वस्त हो गए कि आदिवासी क्षेत्रों के लोगों के लिए शासकीय दल सुचारू रूप से काम कर रहे हैं ।राजपाल ने कहा कि सभी अधिकारी भावनात्मक रूप से जुड़कर मानव सेवा के कार्य में लगे रहे। समर्पण भाव से कार्य करके हमें संक्रमण के स्त्रोत को ही समाप्त करना होगा।

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