(हमारे वरिष्ठ पत्रकार ग्वालियर) ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण को ले रहे हल्के से
ग्वालियर/मोहना, स्वस्थ विभाग के कुछ महारथियों के अपने ही नियम कानून हैं उनको जनता या व्यवस्था से कोई लेना देना नहीं है| ऐसा ही एक मामला है मोहना सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का जहाँ कोरोना वायरस संक्रमण में स्वास्थ्य व्यवस्था चुस्त दुरूस्त होनी चाहिए वहीं एक आयुर्वेदिक डॉक्टर को सीएससी प्रभारी बनाया गया जबकि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मोहना में 3 एलोपैथिक डॉक्टर रेगूलर होने पर भी पाटई आयुर्वेदिक अस्पताल से अटैच कर के मोहना में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का प्रभारी बनाया गया है| जिससे मोहना अस्पताल की व्यवस्था अस्त व्यस्त हो रही है और स्वास्थ्य व्यवस्था का भगवान ही मालिक है जबकि यह नियम विरुद्ध है। रेगुलर एलोपैथिक डॉक्टर होने पर आयुर्वेदिक डॉक्टर को प्रभारी बनाया जाना साफ साफ मनमानी को प्रदर्शित करता हुआ दिखाई दे रहा है| हालांकि अभी संबंधित मामले में स्वास्थ्य विभाग के मुखिया एवं जिला प्रशासन को हस्तक्षेप करते हुए कार्यवाही की दरकार है|