राजस्थान में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल: 62 IAS अफसरों के तबादले, कई जिलों के कलेक्टर बदले..
गौरव रक्षक/राजेन्द्र शर्मा
जयपुर 23 जून 2025
जयपुर। राजस्थान की भजनलाल शर्मा सरकार ने एक बार फिर बड़ा प्रशासनिक reshuffle करते हुए 62 IAS अधिकारियों के तबादले किए हैं। रविवार देर रात कार्मिक विभाग की ओर से जारी की गई सूची में 21 अफसरों को अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है। इस फेरबदल के साथ राज्य के कई जिलों में कलेक्टर बदले गए हैं, वहीं प्रमुख विभागों में वरिष्ठ अधिकारियों को नई जिम्मेदारियाँ सौंपी गई हैं।
🔷 प्रमुख नियुक्तियाँ और तबादले:
• कमर उल जमान चौधरी (IAS, 2014 बैच) को भरतपुर जिला कलेक्टर एवं मजिस्ट्रेट बनाया गया है।
• सुबोध अग्रवाल को राजस्थान वित्त निगम, जयपुर का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
• अखिल अरोड़ा, जो पूर्व में वित्त विभाग में थे, अब जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (PHED) में अपर मुख्य सचिव (ACS) होंगे।
• डॉ. संदीप वर्मा को कौशल विकास एवं उद्यमिता विभाग का ACS बनाया गया है।
• अपर्णा अरोड़ा को सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग का अतिरिक्त मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है।
• कुलदीप रांका को उच्च शिक्षा विभाग की कमान सौंपी गई है।
• आनंद कुमार अब वन एवं पर्यावरण विभाग देखेंगे।
• भास्कर सावंत को गृह विभाग की जिम्मेदारी दी गई है।
• कुंजीलाल मीणा को जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग का दायित्व सौंपा गया है।
🟩 इन जिलों को मिले नए कलेक्टर:
जिला कलेक्टर
सवाई माधोपुर
काना राम
टोंक
कल्पना अग्रवाल
भरतपुर
कमर उल जमान चौधरी
कोटा
पीयूष समरिया
कोटपूतली-बहरोड़
प्रियंका गोस्वामी
राजसमंद
अरुण कुमार हसीजा
ब्यावर
कमल राम मीणा
फलौदी
श्वेता चौहान
डीडवाना-कुचामन
महेंद्र खड़गावत
संभागीय आयुक्त स्तर पर भी बदलाव:
• डॉ. रवि सुरपुर, बीकानेर संभागीय आयुक्त रहे, अब राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अध्यक्ष होंगे।
• डॉ. टीना डाबी (सोनी) को भरतपुर संभाग का नया आयुक्त नियुक्त किया गया है।
• शक्ति सिंह राठौड़ बने अजमेर संभाग आयुक्त।
• विश्राम मीणा को बीकानेर का नया संभागीय आयुक्त बनाया गया है।
📰 प्रशासनिक स्थिरता और सुशासन की दिशा में कदम:
सरकार का कहना है कि यह फेरबदल प्रशासनिक मजबूती, बेहतर क्षेत्रीय नियंत्रण और लोकसेवाओं की गुणवत्ता सुधारने के उद्देश्य से किया गया है। इस कदम से जमीनी स्तर पर योजनाओं के क्रियान्वयन में तेजी आने की उम्मीद जताई जा रही है।
👉 यह फेरबदल विधानसभा चुनाव के बाद बनी भजनलाल सरकार के दूसरे बड़े प्रशासनिक बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। जानकार मानते हैं कि यह प्रशासनिक सर्जरी सत्ता और नौकरशाही के बीच तालमेल को मज़बूत करने की दिशा में एक बड़ा संकेत है।