अस्पताल में इलाज के लिए हर बार नहीं ले जानी पड़ेगी पर्ची,आभा कार्ड बताएगा मेडिकल हिस्ट्री,आशा एवं एएनएम बनायेगी आभा आईडी…
गौरव रक्षक/योगेश पुरी
बालोतरा,17 नवम्बर।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रत्येक व्यक्ति की आभा आईडी बनाई जाएगी। इससे आने वाले समय में किसी व्यक्ति को अस्पताल में एक बार पर्ची बनवाने के बाद फिर से इसे साथ ले जाने की जरुरत नहीं पड़ेगी। केंद्र सरकार की योजना के तहत स्वास्थ्य विभाग हर व्यक्ति का निशुल्क डिजिटल आभा आईडी कार्ड (आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता ) बनवा रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. वांकाराम चौधरी ने बताया कि मोबाइल से लिंक आधार कार्ड के जरिये आभा कार्ड बनेगे। आभा कार्ड 14 अंक का होगा, इसमें प्रत्येक व्यक्ति की बीमारी ओर पिछले इलाज का डेटा फीड होगा। अस्पताल में इलाज के लिए जाने पर आभा कार्ड या इसके नम्बरों के जरिये यह डेटा डॉक्टर देख सकेंगे। पहले कौनसी दवा दी गई ओर कौनसी दवा लिखनी हे, यह तय करने में उन्हें सहूलियत होगी । स्वास्थ्य विभाग ने कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिला कार्यक्रम अधिकारी विजय सिंह ने बताया कि एएनएम ओर आशा सहयोगिनी घर – घर जाकर आशा डिजिटल एप एवं एएनएम डिजिटल एप के माध्यम से डिजिटल आभा कार्ड बनाने का कार्य कर रही है। इसके लिए आशाओ एवं एएनएम को राज्य स्तर से बुधवार एवं गुरुवार को विडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया। इसके लिए आशा प्रत्येक का डेटा रजिस्टर में अंकित कर रही है, इसमें व्यक्ति का नाम, उम्र, आधार संख्या, आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर तथा लाभार्थी को प्राप्त सरकारी योजनाओ की जानकारी भी होगी। लाभार्थी के घरो पर नंबर भी डाले जा रहे है, यदि आपके घर आशा सहयोगिनी या एएनएम आए तो आप उनको सहयोग करे। केंद्र सरकार की योजना के तहत जिले के सभी लोगों के निशुल्क डिजिटल आभा आईडी कार्ड बनाए जा रहे है। जिसमे प्रत्येक व्यक्ति की बीमारी और उसके उपचार की जानकारी होगी। जब व्यक्ति दिखाने जाए तो अपने साथ आभा कार्ड लेकर जाना होगा। डॉक्टर जैसे कंप्यूटर में व्यक्ति की आभा आईडी डालेगा, उस व्यक्ति की बीमारी और उसके किए गए उपचार के बारे में जानकारी कंप्यूटर पर दिखाई देने लगेगी। जिससे डॉक्टर को इलाज करने में ओर सुविधा होगी।